Jan 14, 2024, 12:05 PM IST
अगर आप अपनी सैलरी में 7 अलाउंस शामिल करा लें तो आपको टैक्स बचाने के लिए किसी निवेश की जरूरत नहीं पड़ेगी. इन अलाउंस पर टैक्स नहीं लगता है. आइए जानते हैं इनके बारे में
ट्रांसपोर्ट भत्ता या ट्रैवलिंग अलाउंस या कन्वेंस अलाउंस आपके ऑफिस और घर के बीच आने-जाने का खर्चा कवर करता है. अगर आपकी सैलरी में यह अलाउंस नहीं है तो इसे तुरंत शामिल करवाएं.
फूड कूपन या मील वाउचर या सोडेक्सो कूपन या एंटरटेनमेंट अलाउंस से भी आपका टैक्स बचता है. कई कंपनियां हर महीने करीब 2000 रुपये का एंटरटेनमेंट अलाउंस देती हैं, जो टैक्स फ्री होता है.
कई ऐसी भी कंपनियां होती हैं जो अपने कर्मचारियों को कार मेंटेनेंस अलाउंस देती हैं. इस अलाउंस के तहत कर्मचारी को कार के मेंटेनेंस, डीजल-पेट्रोल का खर्च और ड्राइवर की सैलरी तक दी जाती है.
इस अलाउंस के तहत आपको मोबाइल फोन और इंटरनेट के बिल का रीइम्बर्समेंट हो जाता है. यानी इसमें आपका जितना भी खर्चा हुआ है, उसे एक तय सीमा तक कंपनी बिना कोई टैक्स काटे आपको दे देती है.
ट्रांसपोर्ट भत्ता या ट्रैवलिंग अलाउंस या कन्वेंस अलाउंस आपके ऑफिस और घर के बीच आने-जाने का खर्चा कवर करता है. अगर आपकी सैलरी में यह अलाउंस नहीं है तो इसे तुरंत शामिल करवाएं.
कुछ कंपनियां अपने कर्मचारियों को मेडिकल अलाउंस भी देती हैं. इसके तहत कर्मचारी अपने या अपने परिवार के मेडिकल खर्चों को रीइम्बर्स कर सकता है. सैलरी में ये अलाउंस शामिल नहीं है तो करवा लें.
ऐसी कई नौकरियां होती हैं, जिनमें न्यूजपेपर, मैगजीन या किताबें पढ़ने की जरूरत होती है. ऐसी कंपनियां एक तय सीमा तक अलाउंस मुहैया कराती हैं. आप भी इसे सैलरी में शामिल कराएं.