Sep 22, 2023, 06:48 PM IST
प्याज हर मौसम में खाई जाने वाली सब्जी है. पूरे साल बाजार में इसकी मांग रहती है. खरीफ और रबी, दोनों सीजन में इसकी खेती करते हैं
प्याज की सही किस्मों की बुवाई की जाए तो किसान इसकी खेती से बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं
प्याज और लहसुन अनुसंधान निदेशालय ने ज्यादा उपज और गुणवत्ता क्षमता वाली 7 नई उन्नत प्याज की किस्में विकसित की हैं
भीमा राज किस्म गहरे लाल और ओवल शेप के कंद होते हैं. इसकी फसल रोपाई के लगभग 120-125 दिनों में तैयार हो जाती है. यह प्रति हेक्टेयर 25-30 टन प्रति हेक्टेयर तक पैदावार देती है
भीमा रेड को खरीफ और पछेती खरीफ में भी उगा सकते हैं. यह पछेती खरीफ में 48-52 टन प्रति हेक्टेयर तक की उपज देगी. फसल 115-120 दिनों में तैयार हो जाती है
भीमा सुपर खरीफ सीजन के लिए उपयुक्त है और इसकी खेती खफीर सीजन में देर से की जा सकती है. इस किस्म की प्याज 110 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है
भीमा किरण किस्म को 56 महीने तक स्टोर किया जा सकता है. रोपाई के 130 दिन बाद पक जाती है. रबी सीजन के दौरान औसत उपज 41.5 टन/हेक्टेयर तक है
भीमा शक्ति स्टोरेज लाइफ बहुत अच्छी है. पछेती खरीफ और रबी सीजन के दौरान रोपाई के 130 दिनों में बल्ब पक जाते हैं. पछेती खरीफ में 45.9 टन/हेक्टेयर और रबी में 42.7 टन/हेक्टेयर उत्पादन क्षमता है
इजिप्ट के लोगों के लिए ऑलिव एक कैश क्रॉप है. यहां के लोग करीब 3,32,321 मीट्रिक टन ऑलिव प्रोडक्शन ले रहे हैं.
भीमा शुभ्रा खरीफ मौसम के लिए बनाई गई है. खरीफ में यह 112 और पछेती खरीफ में 125 दिन में पककर तैयार होती है. खरीफ में इसकी पैदावार 24.6 टन/ हेक्टेयर है. जबकि पछेती खरीफ में 38.9 टन/हेक्टेयर है