Jun 23, 2023, 04:02 PM IST
मानसून की बारिश वाले इलाकों में खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान की बुआई का काम शुरू हो गया है
लेकिन जिन इलाकों में अभी मानसून नहीं पहुंचा है, वहां के किसान धान के बजाय रागी यानी मडुआ की खेती कर सकते हैं
अगर आप धान के बजाय रागी की खेती करेंगे तो आपको ज्यादा मुनाफा होगा. रागी की बुआई मई के आखिर से जून तक कभी भी कर सकते है
रागी की खेती में किसानों को कम लागत और अच्छा MSP मिलता है. धान का एमएसपी 2,183 रुपये प्रति क्विंटल हैं, जबकि रागी का एमएसपी 3,846 रुपये प्रति क्विंटल है
रागी को शुष्क मौसम में उगाया जाता है. इसमें सूखे को बर्दाश्त करने की क्षमता के साथ सामान्य जल भराव को बर्दाश्त करने की क्षमता होती है
नियमित रूप से मडुआ के सेवन (रोटी, अन्य डिश के रूप में) से ग्लूकोज के स्तर में गिरावट देखी गई है और इसका नियमित सेवन लिवर को स्वस्थ रखने में हितकारी है
मडुआ की रोटी का सेवन आपकी स्किन के लिए काफी फायदेमंद है, क्योंकि इसमें मौजूद मेथियोनीन और लाइसिन अमीनो अम्ल स्किन की कोशिकाओं को स्वस्थ रकने में मदद करता है
मडुए में सबसे अधिक मात्रा में कैल्शियम (344 मिग्रा.) और पोटेशियम (408 मिग्रा.) पाया जाता है. साथी ही हीमोग्लोबिन और आयरन का भी एक महत्वपूर्ण स्रोत है