Oct 17, 2023, 03:18 PM IST

इस पौधे की खेती से हो जाएंगे मालामाल, सिर्फ 4 महीने में बंपर कमाई

Sanjeet Kumar

पारंपरिक फसलों की खेती की तुलना में औषधीय पौधों की खेती ज्यादा फायदेमंद होती है. इससे किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं

कुसुम एक औषधीय गुणों वाला पौधा है. फूलों से लेकर इसके पौधे का हर हिस्सा काफी उपयोगी है

कुसुम की खेती

इससे तेल और शरबत के अलावा साबुन, पेंट, वार्निश बनाए जाते हैं. कम बारिश वाले इलाकों में कुसुम की खेती करने पर किसानों को काफी फायदा होता है

खेत की अच्छी तैयारी करके इसकी बुआई करनी चाहिए. अच्छे जमाव के लिए बुआई पर्याप्त नमी वाले खेतों में ही करें

खेत की तैयारी

इसका पौधा तीन से चार महीने में उत्पादन देना शुरू कर देता है. कुसुम की खेती के लिए 18-20 किलोग्राम बीज प्रति हेक्टेयर की दर से उपयोग करें

कुसुम की अच्छी प्रजाति के. 65 है, जो 180 से 190 दिन में पकती है. इसमें तेल की मात्रा 30 से 35% है और औसत उपज 14 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है

कुसुम की किस्में

दूसरी प्रजाति मालवीय कुसुम 305 है जो 160 दिन में पकती है. इसमें तेल की मात्रा 36% है

बुआई का बेहतर समय मध्य अक्टूबर से मध्य नवंबर है. फसल पकने पर पत्तियां पीली पड़ जाती हैं तभी इसकी कटाई करनी चाहिए. सूखने के बाद मड़ाई करके दाना अलग कर दें

कटाई का समय