Sep 11, 2023, 02:42 PM IST

बेहतर फसल उत्पादन के लिए बनवाएं सॉयल हेल्थ कार्ड, खेत स्वस्थ तो कमाई जबरदस्त

Sanjeet Kumar

सॉयल हेल्थ कार्ड (Soil Health Card) केंद्र सकार द्वारा चलाई जा रही एक योजना है. इसके तहत देश के किसानों के खेत की मिट्टी की गुणवत्ता का जांच करके फसल उत्पादन में बढ़ावा देने में मदद करना है

सॉयल हेल्थ कार्ड (Soil Health Card) बेहतर उपज के लिए किसानों का मददगार है. योजना के तहत किसानों को खेतों की मिट्टी जांच करके मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया जाता है

Soil Health Card

किसान सहायकों द्वारा मोबाइल से मिट्टी के नमूने एकत्रित किए जाते हैं. सॉयल हेल्थ कार्ड किसान को उसकी जमीन की उपजाऊ शक्ति अनुसार फसल में उर्वरक डालने की सिफारिशें प्रदान करता है

Soil Health Card एक प्रिंटेड रिपोर्ट हैं जिसमें किसान को उसके खेतों के लिए दिया जाता है. इसमें 12 पैमामीटर्स जैसे NPK, सल्फर, जिंक, फेरस, कॉपर, मैगनीशियम, बोरॉन, पीएच, ईसी, ओसी के संबंध उनकी मिट्टी की जानकारी होती है

सॉयल कार्ड में जानकारी

यह 3 वर्ष के अंतराल पर उपलब्ध कराया जाता है, जो उस अवधि के किसान की जोत के सॉयल हेल्थ की स्थिति को बताता है. रबी और खरीब फसलों की कटाई के बाद सॉयल सैंपल वर्ष में 2 बार लिए जाते हैं या जब खेत में कोई फसल न हो

कब लिए जाते हैं सैंपल

इसमें सबसे पहले किसान के खेत की मिट्टी के सैंपल लिए जाते हैं. फिर उन्हें टेस्ट के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाता है. फिर  जांच टीम मिट्टी के सैंपल की जांच कर उसकी गुणवत्ता बताते हैं

कैसे काम करता है SHC?

अगर खेत की मिट्टी में कुछ कमी पाई जाती है तो उसके सुधार के लिए सुझाव दिए जाते हैं. फिर रिपोर्ट को किसान के नाम के साथ ऑनलाइन अपलोड कर दिया जाता है

सॉयल हेल्थ कार्ड के आवेदन के लिए योजना की आधिकारिक वेबसाइट soilhealth.dac.gov.in पर जाएं. यहां पेज पर Login पर क्लिक करें. फिर नीचे User Registration पर क्लिक करें

कैसे करें आवेदन

अब आपके सामने नया User Registration पेज खुल जाएगा. यहां आप फार्म में पूछी गई सभी जानकारी को भरकर सबमिट कर दें. रजिस्ट्रेशन के बाद आईडी और पासवर्ड डाल कर लॉगिन करना होगा