Sep 26, 2023, 04:12 PM IST
केला (Banana) भारत में उगाये जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण फल है. उत्पादन के मामले में आम के बाद पहला और दूफलों के क्षेत्र में दूसरे नंबर पर है
केले की खेती के लिए चिकनी बलुई मिट्टी बेहतर मानी जाती है. इसकी खेती के लिए मिट्टी का पीएच मान 6-7.5 के बीच होना चाहिए
ऐसे में अगर आप केले की उन्नत किसानों की आधुनिक तरीके से खेती करते हैं, तो लाखों कमा सकते हैं
केले की ड्वार्फ कैवेंडिश (एएए) किस्म की बड़े पैमाने पर खेती की जाती है. फलों के गहर का वजन 20-25 किलोग्राम के आसपास होता है
रोबस्टा (एएए) की खेती मुख्यत: तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में होती है. इसके फल काफी मीठे होते हैं. बंच का वजन करीब 25 से 30 किलो होता है
रस्थली (सिल्क एएबी) की व्यावसायिक खेती तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक और बिहार में होती है. फल धीरे-धीरे पकते है तथा गुद्दा कड़ा ही रहता है
पूवन (मैसूर एएबी) किस्म यह तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और उत्तर-पूर्व राज्यों की एक मुख्य और प्रचलित किस्म है
नेंद्रन (एएबी) केरल की एक प्रमुख किस्म है. इसके गुच्छे का वजन 12 से 15 किलो होता है
रेड बनाना (एएए) की बड़े स्तर पर कमर्शियल खेती केरल और तमिलनाडु में होती है. बिहार में भी इसकी खेती की जाती है. इसके गूच्छे का वजन 20 से 30 किलो होता है