Jul 15, 2023, 05:43 PM IST

इस खास फल की शुरू करें खेती, लग जाएंगे नोटों के ढेर

Sanjeet Kumar

ड्रैगन फ्रूट (Dragon Fruit) या कमलम, दुनिया भर में उगाया जाने वाला फल है. यह एक तेजी से बढ़ने वाला बारहमासी कैक्टस है

ड्रैगन फ्रूट की बागवानी पूरे देश में किसानों के लिए ज्यादा फायदेमंद विकल्प है. इसे व्यावसायिक स्तर पर उगाया जा रहा है

ये पौधे सूरज की रोशनी को पसंद करते हैं. उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों इसकी खेती बेहतर तरीके से की जा सकती है

ड्रैगन फ्रूट को बाजार में 350 से 450 रुपये किलो में बेचा जाता है. बाजार भाव ज्यादा होने से इसकी खेती लाभदायक है

ड्रैगनफ्रूट की किस्में

भारत में ड्रैगन फ्रूट की तीन किस्में- गुलाबी ड्रैगनफ्रूट, लाल सफेद और पीला ड्रैगनफ्रूट मौजूद हैं

Dragon Fruit की खेती पर कोई कीट और रोग नहीं पाए जाते हैं. फलों को पक्षियों से सुरक्षित रखना चाहिए

ड्रैगन फ्रूट का पौधा आमतौर पर रोपन के 18 से 24 महीने बाद फल देता है. फलों की परिपक्वता की पहचान फलों की त्वचा और रंग से की जाती है

इसमें फल आमतौर पर फूल आने के 30 से 50 दिनों बाद बनते हैं. कटाई एक मौसम में 3 से 4 बार की जा सकती है

औसतन एक पौधे से 1 किलों फल मिलता है और हर पोल में 4 पौधे होंगे. एक वर्ष में 40-50 टन ड्रैगनफ्रूट प्रति हेक्टेयर उत्पादन किया जा सकता है