Dec 3, 2023, 01:50 PM IST
सर्दियों में हरी पत्तेदार सब्जियों की मांग रहती है, किसान इनकी खेती कर बढ़िया कमाई कर सकते हैं
पत्तेदार सब्जियों की पत्तियां या टहनियां खाने लायक होती है. इनमें फाइटोकेमिकल्स होते हैं. इसे कम उत्पादन लागत व ज्यादा उपज के साथ उगाया जा सकता है
इसे मालाबार पालक के नाम से जाना जाता है. विटामिन और मिनरल का एक अच्छा स्रोत है. पोई साग की तीन किस्मों- काशी पोई-1, काशी पोई-2 और काशी पोई-3 को जारी और नोटिफाई किया गया है
यह मिनरल्स और विटामिन खासकर कैरोटीन का अच्छा स्रोत है. एक हेक्टेयर में इसकी खेती से 1000 क्विंटल उपज ली जा सकती है. यह साग 3-4 कटाई प्रति माह के साथ सालभर खेती के लिए बेहतर है
सरसों के साग को 'चाइनीज सरसों' के नाम से भी जाना जाता है. सरसों के साग को 'चाइनीज सरसों' के नाम से भी जाना जाता है. हरे पत्तदार साग की उपज 519-629 क्विंटल प्रति हेक्टेयर के बीच होती है
इसकी पत्तियां फाइबर, प्रोटीन, मिनरल्स, विटामिन, एंटी-ऑक्सीडेंट और ओमेगा-6 फैटी एसिड की बहुत अच्छी स्रोत हैं. इसके कोमल पौधे के हिस्सों का इस्तेमाल पत्तेदार सब्जी और हर्बल दवा के रूप में किया जाता है