Jul 18, 2023, 04:25 PM IST
लिलियम
देश में सजावटी फूलों की मांग काफी तेजी से बढ़ी है. लिलियम (Lilium Flower) एक विदेशी पौधा है जो सजावट के काम आता है
लिलियों में सबसे अधिक मांग ओरिएंटल और एशियाटिक हाइब्रिड लिली की है. Lilium के फूल का बाजार में ज्यादा भाव मिलता है
भारत में इसकी खेती का प्रचलन बहुत तेजी से बढ़ा है. फूलों की खेती करने वाले के लिए सजावटी फूल एक नया विकल्प बनकर उभरा है
जलवायु
लिलियम की खेती कम तापमान पर की जाती है. अच्छी पैदावार लेने के लिए दिन का तापमान 20-25 सेंटीग्रेड और रात का तापमान 12 सेंटीग्रेड के बीच होना चाहिए
मिट्टी
इसकी खेती बलुई दोमट मिट्टी में की जा सकती है. खेती के लिए अक्टूबर से नवंबर माह तक बल्ब लगाए जाते है
Lilium के फूल की खेती के लिए बीज के तौर पर इसके बड़े आकार के बल्ब (कंद) का इस्तेमाल किया जाता है. जितना बड़ा कंद होगा, फूल की क्वालिटी उतनी अच्छी होगी
सिंचाई
लिलियम के पौधों को अच्छी बढ़त के लिए फ्लोराइड और लवण रहित गुणवत्ता वाले पानी की जरूरत होती है
स्टेकिंग
ग्रॉस मार्जिन में से प्रोडक्ट की मार्केटिंग, डिस्ट्रिब्यूशन, डिस्काउंट आदि का खर्च घटाने के बाद नेट मार्जिन निकलता है
कीट पतंग और रोग
गोदाम या ऑफिस का रेंट, इंश्योरेंस, लीगल फीस जैसे खर्च इसमें आते हैं, जो प्रोडक्ट को बनाने या डिलीवरी से जुड़े नहीं होते
बुआई के 100-120 दिनों बाद एशियाटिक और 120-140 दिनों बाद ओरिएंटल हाइब्रिड लिली के फूल काटने के लिए तैयार हो जाते हैं