IPL Auction 2024, BCCI Source of Revenue: इंडियन प्रीमियर लीग 2024 सीजन के लिए दुबई में बोली लगाई जा रही है. कुल 10 फ्रेंचाइजी 77 खिलाड़ियों के लिए 262 करोड़ रुपए खर्च करेगी. आईपीएल क्रिकेट की सबसे बड़ी और खेल जगत की दूसरी सबसे बड़ी लीग है. साल 2008 में  आईपीएल की पॉपुलेरिटी हर साल बढ़ रही है. यही कारण बीसीसीआई के लिए हर साल छप्पर फाड़ कमाई करने का एक मुख्य जरिया है. आईपीएल के अध्यक्ष अरुण धूमल ने दावा किया है कि अगले 20 साल में आईपीएल का मीडिया राइट्स 4.16 लाख करोड़ रुपए हो सकता है. जानिए आईपीएल के जरिए बीसीसीआई कैसे कमाई करता है .

IPL Auction 2024, BCCI Source of Revenue: सेंट्रल पूल में जाता है हिस्सा, फ्रेंचाइजी बेचकर होती है कमाई

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इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का संचालन और कमाई पर पूरी तरह से बीसीसीआई का कंट्रोल होता है. इसकी कमाई का पहला हिस्सा पहला हिस्सा सेंट्रल पूल में जाता है. सेंट्रल पूल में 50 फीसदी बीसीसीआई और 45 फीसदी हिस्सा फ्रेंचाइजी का होता है. पांच फीसदी बचा हिस्सा प्राइज मनी और दूसरे खर्चों में इस्तेमाल किया जाता है. सेंट्रल पूल में मीडिया और ब्रॉडकास्टिंग राइट्स, टाइटल स्पॉन्सरशिप और विज्ञापन शामिल होते हैं.इसके अलावा फ्रेंचाइजी को बेचकर भी बीसीसीआई की कमाई होती है. 

IPL Auction 2024, BCCI Source of Revenue: कौन खरीद सकता है आईपीएल फ्रेंचाइजी, पूरी करनी होती हैं ये शर्तें 

आईपीएल में फिलहाल 10 फ्रेंचाइजी है. फ्रेंचाइजी के मालिक का चुनाव ऑक्शन की जरिए होता है. जो कंपनी सबसे ऊंची बोली लगाती है उसे फ्रेंचाइजी का मालिकाना हक मिलता है. आपको बता दें कि फ्रेंचाइजी के ऑक्शन में केवल वह ही कंपनी हिस्सा ले सकती है, जिसकी वैल्यूवेशन तीन हजार करोड़ रुपए या उससे अधिक है.  साल 2022 में दो टीमें Gujrat Titans और Lucknow Super Giants जुड़ी थी. इससे बीसीसीआई के पर्स में 12,500 करोड़ रुपए आए थे.  लखनऊ सुपरजायंट्स को RSPG ग्रुप ने 7090 करोड़ रुपए में खरीदा था. गुजरात टाइटंस को CVC कैपिटल्स पार्टनर्स ने 5625 करोड़ रुपए में खरीदा था. 

 

IPL Auction 2024, BCCI Source of Revenue: मीडिया और ब्रॉडकास्टिंग राइट्स के जरिए हर साल कमाए 12 हजार करोड़ रुपए

IPL की कमाई का सबसे बड़ा जरिया मीडिया और ब्रॉडकास्टिंग राइट्स है. इसके लिए बोली लगाई जाती है. स्टार स्पोर्ट्स और जियो सिनेमा ने साल 2023 से 2027 तक आईपीएल के ब्रॉडकास्ट राइट्स 48,390 रुपए में खरीदे हैं, यानी हर साल 12,097.5 करोड़ रुपए मिलते हैं. ये कमाई बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी के बीच 50-50 फीसदी बंटती है. इसके बाद टाइटल स्पॉन्सरशिप का नंबर आता है. टाटा ने साल 2022, 2023 के टाइटल राइट्स 600 करोड़ रुपए में खरीदे थे. BCCI ने 2024-28 के टाइटल स्पॉन्सर राइट्स के लिए टेंडर जारी किए हैं.   

IPL Auction 2024, BCCI Source of Revenue: टिकट्स, एड्स और लोकल रेवेन्यू

बीसीसीआई की कमाई टिक्ट्स, एड रेवेन्यू के जरिए भी होती है. हालांकि, टिकटों की कमाई का 80 फीसदी हिस्सा फ्रेंचाइजी के पास जाता है. 20 फीसदी हिस्सा स्पॉन्सर और बीसीसीआई के बीच बांटा जाता है. कमाई के अलावा खर्चे की बात करें तो बीसीसीआई प्राइज मनी में काफी पैसे खर्च करती है.   साल 2023 का खिताब चेन्नई सुपरकिंग्स ने जीता था. उन्हें 20 करोड़ रुपए प्राइज मनी मिली थी. रनर अप गुजरात को 13 करोड़ रुपए मिले थे. तीसरे नंबर पर मुंबई इंडियन्स को सात करोड़ रुपए और LSG को 6.5 करोड़ रुपए मिले थे.