Sickle Cell Anaemia: सिकल सेल एनीमिया का नाम सुनकर ज्यादातर लोगों को ये लगता है कि शरीर में होने वाली खून की कमी वाली बीमारी है. लेकिन आज आप ये जान लें कि सिकल सेल एनीमिया एक आनुवंशिक बीमारी है और शरीर में खून की कमी हो जाती है उसे एनीमिया कहते हैं. सिकल सेल एनीमिया (Sickle Cell Anemia) को भारत से खत्म करने की कवायद जारी है. इसी क्रम में सिकल सेल बीमारी की रोकथाम के लिए एक ऐसी दवा बनाई गई है, जिसे रूम टेंपरेचर पर आसानी से स्टोर कर सकते हैं. इस दवा के निर्माण के लिए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कंपनी को बधाई दी. भारत सरकार का लक्ष्य है कि साल 2047 तक सिकल सेल एनीमिया को भारत से खत्म कर दिया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री ने दी बधाई स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सिकल सेल बीमारी की रोकथाम के लिए दवा के निर्माण के लिए कंपनी को एक्स पर पोस्ट कर पीएम मोदी को बधाई दी. मांडविया ने लिखा-मनसूख मांडविया ने पीएम मोदी को टैग कर लिखा-सिकल सेल बीमारी की रोकथाम के लिए दवा के निर्माण हेतु आपको बहुत-बहुत बधाई. मोदी जी ने 2023 में सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत की थी.

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2023 में हुई थी मिशन की शुरुआत यह दवा खासकर हमारे जनजातीय बहनों-भाइयों और बच्चों के लिए वरदान साबित होगी और भारत को हम जल्द ही सिकल सेल से मुक्त करेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी ने 2023 में सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन की शुरुआत की थी. यह दवा खासकर हमारे जनजातीय बहनों-भाइयों और बच्चों के लिए वरदान साबित होगी और भारत को हम जल्द ही सिकल सेल से मुक्त करेंगे. तो चलिए जानते हैं क्या सिकल सेल एनीमिया और एनीमिया में फर्क. इसके साथ ही इसके लक्षण और बचाव.. मेक इन इंडिया को मिलेगा बढ़ावा एकम्स कंपनी ने भारत की पहली ऐसी सिकल सेल बीमारी की दवा बनाई है जो रूम टेंपरेचर पर भी स्टोर किया जा सकता है. इस दवा का नाम हाइड्रोक्सी यूरिया ओरल सस्पेंशन है.इस दवा को आप 2 -8 डिग्री सेल्सियस पर रख सकते हैं.  जानें क्या है Sickle Cell Anaemia Sickle Cell Anaemia बीमारी एक आनुवंशिक बीमारी है, जिसका कोई इलाज नहीं है. लेकिन डॉक्टरों के अनुसार, अपने खाने में आयरन और विटामिन बी12 से भरपूर चीजों खाने से खून की कमी दूर होती है. अगर आपकी शादी होती है और पार्टनर को भी सिकल सेल एनीमिया बीमारी है तो बच्चे में यह बीमारी होने के 100% चांस होते हैं. इसलिए अगर आपको यह बीमारी है तो शादी से पहले अपने पार्टनर का टेस्ट जरूर करा लें. सिकल सेल संकट के पांच लक्षण क्या है? सिकल सेल बीमारी का शुरुआती लक्षण में उंगलियों और पैर की उंगलियों की यह दर्दनाक सूजन होता है. सिकल सेल रोग से पीड़ित बच्चों को कुछ जीवाणु संक्रमण का खतरा होता है. एनीमिया का बढ़ना, बुखार और सांस लेने में तकलीफ़ के साथ शरीर की लंबी हड्डियों, पेट और छाती में दर्द होना, सिकल सेल बीमारी के कुछ मुख्य लक्षण हैं. सिकल सेल बीमारी का पता लगाने के लिए एक खास तरह का ब्लड टेस्ट किया जाता है, जिसे इलेक्ट्रोफोरेसिस कहते हैं. ऐसी गतिविधियों से बचना चाहिए जिससे यह बीमारी हो सकती है. Sickle Cell Patient को क्या परहेज करना चाहिए? इस बीमारी वाले व्यक्ति कठिन व्यायाम से बचें. इसके साथ ही शराब और धूम्रपान से बचें. इन बातों का रखें ध्‍यान अगर आपकी शादी होती है और पार्टनर को भी सिकल सेल एनीमिया बीमारी है तो बच्चे में यह बीमारी होने के 100%  चांस होते हैं. इसलिए अगर आपको यह बीमारी है तो शादी से पहले अपने पार्टनर का टेस्ट जरूर करा लें.