दिवाली की रात को बेहद खास माना जाता है. माना जाता है कि दिवाली के दिन मां लक्ष्मी धरती पर आती हैं और अपने भक्तों को सुख-समृद्धि, सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं. माता के स्‍वागत के लिए लोग कई दिनों से भव्‍य तैयारियां शुरू कर देते हैं. आज 24 अक्‍टूबर को दिवाली का पर्व मनाया जा रहा है. ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है कार्तिक मास की अमावस्‍या की इस रात को बेहद खास माना जाता है. इसे आप सोकर न गवाएं क्‍योंकि ये रात आपके जीवन में सोए भाग्‍य को भी जगा सकती है.

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ये 3 काम जरूर करें

  • ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है कि दिवाली की रात को भूलकर भी सोएं नहीं. इस रात में जागरण करना चाहिए और माता लक्ष्‍मी का पूजन करना चाहिए. आप माता लक्ष्‍मी के मंत्र जाप करें, भजन और कीर्तन आदि करें. ऐसे में जब ऐश्‍वर्य की देवी आपके घर में पधारती हैं तो भक्तिमय वातावरण से अत्‍यंत प्रसन्‍न होती हैं. ऐसे भक्‍तों पर माता की विशेष कृपा रहती है और घर में लक्ष्‍मी का स्‍थायी निवास होता है.
  • दीपावली की रात में माता लक्ष्‍मी की मूर्ति के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं. इस दीपक में इतना तेल डालें कि ये पूरी रात जलता रहे. इस दीपक को किसी कांच वगैरह से ढक दें, ताकि ये बुझने न पाए.
  • दीपावली की रात को अपने घर को साफ सुथरा रखें. खासतौर से मुख्‍य गेट को एकदम साफ रखें क्‍योंकि माता का प्रवेश यहीं से होता है. इस द्वार पर फूलों की लड़‍ियां लगाएं, रंगोली आदि बनाएं. ये देखकर माता अत्‍यंत प्रसन्‍न होती हैं.

लक्ष्‍मी-गणेश पूजा का शुभ समय

दिवाली की शाम को माता लक्ष्‍मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है. पूजा का अति शुभ समय आज शाम को 06 बजकर 43 मिनट से शुरू हो जाएगा जो रात 08 बजकर 40 मिनट तक रहेगा. दिवाली का शुभ समय रात 08 बजकर 40 मिनट से 10:43 मिनट तक रहेगा. दिवाली की पूजा के बाद पूरे घर को दीपदान से रोशन करें. दीपावली की रात में किसी विशेष कार्य सिद्धि के लिए पूजा का शुभ समय 01:21 मिनट से 03:36 मिनट तक रहेगा.