A R Rahman Birthday: ए आर रहमान को भारतीय म्यूजिक इंडस्ट्री के सबसे बड़े नामों में से एक माना जाता है. रहमान के गाने पूरी दुनिया में सुने जाते हैं. 6 जनवरी, 1967 को जन्में रहमान का आज 57वां बर्थडे है. रहमान की आवाज और उनका बनाया म्यूजिक हमेशा के लिए लोगों के दिलों में बस गया है और आज भी लोगों को सुकून देता है. रहमान को 2 ऑस्कर, 2 ग्रैमी और 4 फिल्मफेयर अवॉर्ड मिल चुके हैं. आइए रहमान (A R Rahman Birthday) के बर्थडे पर उनसे जुड़े किस्सों के बारे में जानते हैं और उनके कुछ ऐसे गाने जो आज भी लोग बहुत पसंद से सुनते हैं.

एआर रहमान की कहानी

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उनका पूरा नाम अल्लाह रक्खा रहमान है. इस साल वे 57 साल के हो गए हैं. आपको बता दें कि एआर रहमान का असली नाम दिलीप कुमार है, रहमान ने धर्मांतरण कर अपना नाम बदल लिया था, जो कई मौके पर उनके लिए एक चर्चा का विषय भी रहा है. अपने संगीत से लोगों के दिलों में बस जाने वाले रहमान को संगीत अपने पिता से विरासत में मिला है, उनके पिता भी संगीतकार थे.

इस तरह हुई करियर की शुरूआत

पिता की मृत्यु के बाद रहमान का बचपन संघर्ष भरा रहा, लेकिन उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. रहमान बचपन से ही कई सारे म्यूजिकल वाद्य यंत्र बजाने में माहिर हो गए थे. उन्होंने अपने हाई स्कूल के दोस्तों के साथ एक बैंड बनाया था. इसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़कर अपना पूरा टाइम म्यूजिक को देने का फैसला किया. वे फुल टाइम म्यूजिशियन बन गए. रहमान ने अन्य संगीतकारों के साथ काम करना शुरू कर दिया और कड़े संघर्ष के बाद उन्हें मणिरत्नम की फिल्म रोजा में म्यूजिक कंपोज करने का मौका मिला. अपनी पहली ही फिल्म रोजा में रहमान को अपने संगीत के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला.

2 ऑस्कर, 2 ग्रैमी और फिल्मफेयर अवॉर्ड्स

रहमान ने अपने करियर स्लमडॉग मिलेनियर समेत तीन हॉलीवुड फिल्मों के लिए भी म्यूजिक तैयार किया, इसके लिए उन्हें दो ऑस्कर अवॉर्ड भी मिले. वहीं, उनकी झोली में दो ग्रैमी अवॉर्ड भी आएं. अपने संगीत के जरिए पर अबतक 6 राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है. साथ ही कई फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीते.

ऐसे पॉपुलर गाने जो आज भी लोग सुनते हैं-

'दिल से' से 'छैय्या छैय्या'/'दिल से रे' (1998) 

'दिल से' ('Dil Se) फिल्म के तो सभी गाने ही सदाबहार हैं, लेकिन दिल से रे और छैय्या छैय्या ऐसा है कि सभी ने कभी-न-कभी इसे अपनी प्लेलिस्ट में जरूर शामिल किया होगा. 

'रंग दे बसंती' का पूरा एल्बम (2006)

रंग दे बसंती (Rang De Basanti) का पूरा एल्बम ही लोगों को बहुत पसंद है. इसकी शुरूआत 'खलबली' सॉन्ग से होती है. आगे और भी सारे शानदार गीत हैं, जिसे बार-बार सुना जा सकता है. 

'रॉकस्टार' से 'कुन फाया कुन' (2011)

रॉकस्टार फिल्म का पूरा एल्बम ही शानदार है, लेकिन इसका 'कुन फाया कुन' (Kun Faya Kun) लोगों ने कुछ ज्यादा ही पसंद किया है. यह सॉन्ग पॉप और सूफी का मिश्रण है

'जय हो' (स्लमडॉग मिलियनेयर, 2008)

यह गाना रहमान के सबसे सफल और प्रशंसित गीतों में से एक है. इसके लिए एआर रहमान को अकादमी अवॉर्ड मिला और इंटरनेशनल पहचान मिली. 

'माँ तुझे सलाम' (वंदे मातरम, 1997)

यह गाना रहमान के सबसे देशभक्तिपूर्ण और शक्तिशाली गीतों में से एक है, और इसमें खुद रहमान के स्वर और गीत शामिल हैं. यह गाना बेहद सफल रहा और दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाला भारतीय नॉन-फिल्मी एल्बम बन गया.

'मसक्कली' (दिल्ली-6, 2009) 

यह गाना रहमान के सबसे मज़ेदार और विचित्र गानों में से एक है, और इसमें मोहित चौहान की आवाज़ और प्रसून जोशी के बोल हैं. यह गाना दिल्ली की गलियों में फिल्माया गया था और इसमें अभिषेक बच्चन और सोनम कपूर थे. यह गाना हिट रहा और रहमान को सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला.

'रोजा' से 'छोटी सी आशा' (1992)

रोजा (Roja) को ए आर रहमान के अब तक के सबसे पॉपुलर एल्बम में से एक माना जाता है. इस एल्बम के बाद से ही इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री में एक बहुत बड़ा नाम हो गए थे. इसके सॉन्ग छोटी सी आशा को लोग आज भी उतने ही पसंद से सुनते हैं.