Social media internet calling messaging service: देशभर में इंटरनेट कॉलिंग का इस्तेमाल काफी तेजी से हो रहा है. ऐसे में कई लोगों ने काफी हद तक नॉर्मल कॉल करनी बंद कर दी हैं. क्योंकि इंटरनेट कॉलिंग उन्हें नॉर्मल कॉलिंग से बेहतर लगती है. लेकिन अब खबर सामने आई है कि Skype, WhatsApp, सिग्नल गूगल मीट, फेसबुक मैसेंजर, टेलीग्राम जैसे कई मोबाइल ऐप्स की इंटरनेट कॉलिंग और मैसेजिंग पर चार्ज लग सकता है. इसको लेकर DoT ने ट्राई से मोबाइल ऐप्स और उनकी इंटरनेट कॉलिंग/मैसेजिंग सुविधाओं की समीक्षा करने को कहा है. 

इन ऐप्स की इंटरनेट कॉलिंग पर लग सकता है चार्ज

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बता दें अभी तक इंटरनेट कॉलिंग सभी ऐप्स पर फ्री हैं. जब आप इंटरनेट का रिचार्ज करा लेते हैं, तो आपको अपने नंबर पर कॉलिंग का रिचार्ज कराने की जरूरत नहीं पड़ती है. लेकिन ऐसी चर्चा है कि Skype, WhatsApp, सिग्नल गूगल मीट, फेसबुक मैसेंजर, टेलीग्राम जैसे कई मोबाइल ऐप्स की इंटरनेट कॉलिंग और मैसेजिंग पर चार्ज लगा सकते हैं. आइए जानते हैं क्या हो सकते हैं बदलाव.

टेलीकॉम कंपनियों ने सरकार से मांग 

दरअसल टेलीकॉम कंपनियों ने सरकार से मांग की है कि ‘समान सुविधाओं के लिए समान नियम’ तय हो. इसका मतलब ये कि इंटरनेट आधारित कॉल और मैसेज भी दायरे में आएं. इनसे भी टेलीकॉम कंपनियों की तरह लाइसेंस फीस ली जाए. वहीं लीगल इंटरसेप्शन के नियम मानने, सेवाएं सुधारने के लिए जिम्मेदारी तय की जाए. टेलीकॉम कंपनियों 'एक सेवा, एक चार्ज' के तहत कहा कि, 'इन apps को भी टेलीकॉम कंपनियों और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (आईएसपी) की तरह देखा जाना चाहिए.'

DoT ने ट्राई से मांगा सुझाव

वहीं इन सभी मांगों को देखते हुए DoT ने ट्राई से सुझाव मांगा है. DOT ने कहा कि ट्राई से सुझाव मांगते हुए कहा कि, क्या इन ऐप्स से होने वाली इंटरनेट कॉलिंग और मैसेजिंग को कानूनी फ्रेमवर्क में लाया जा सकता है? इसको लेकर DOT ने Internet Based Telephony पर 2008 की सिफारिशों की समीक्षा करने को कहा है.