हाल ही में खोजकर्ताओं ने अलर्ट में इस बात का खुलासा किया है कि एक खतरनाक एंड्रॉयड बैंकिंग मैलवेयर जो कि लोगों के क्रेडेंशियल और sms का डेटा चुराता है, इसे हजारों बार डाउनलोड किया जा चुका है.

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मोबाइल यूजर के फोन में प्लेस्टोर के जरिए जगह बना कर बैंकिंग डिटेल्स चुराने वाला खतरनाक एंड्रॉयड बैंकिंग मैलवेयर (Android Banking Malware) टीबॉट कई बार डाउनलोड किया जा चुका है. यह एक एंड्रॉयड बैंकिंग ट्रोजन (banking trojan) जिसे 2021 में पहली बार यूजर के टेक्स्ट एसएमएस को चोरी करने के लिए डिजाइन किया गया था. ऑनलाइन फ्रॉड मैनेजमेंट एंड प्रिवेंशन सोल्यूशन प्रोवाइडर क्लीफी की मानें तो टीबॉट को कैंपेन के जरिए टीटीवी, वीएलसी मीडिया प्लेयर, डीएचएल और यूपीएस स्मिशिंग के द्वारा डिस्ट्रीब्यूट किया जा रहा है.

Researchers का अलर्ट 

शोधकर्ताओं ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में टारगेट में काफी बढ़ोत्तरी देखी गई है. 400 से ज्यादा एप्लीकेशन देखने में आई हैं जिसमें बैंक्स, क्रिप्टो एक्सचेंज, वॉलेट और डिजिटल इंश्योरेंस से जुड़े केस शामिल हैं.  ये केस रूस, होंग कॉन्ग, और अमेरिका जैसे देशों में भी सामने आए हैं.

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नई भाषाओं में आया सामने 

आखिर कुछ महीनों में TeaBot नई भाषाओं जैसे कि रशियन, स्लोवक, मंदारिन चाईनीज जैसी भाषाओं का भी सपोर्ट शुरू किया है. 21 फरवरी, Cleafy Threat Intelligence and Incident Response (TIR) टीम ने ऑफिशियल गूगल प्ले स्टोर पर जारी एक एप्लीकेशन को खोजा जिसमें एक नकली अपडेट के जरिए टीबॉट वायरस को डिलीवर किया जा रहा था. 

टीम ने कहा कि “ड्रॉपर एक सामान्य क्यूआर कोड और बारकोड स्कैनर के पीछे है और इसे 10,000 से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है. सभी रिव्यू ऐप के ठीक तरह से काम करने को दर्शाते हैं".

हालांकि, एक बार डाउनलोड हो जाने पर, ड्रॉपर पॉपअप संदेश के माध्यम से तुरंत अपडेट का अनुरोध करेगा.आधिकारिक Google Play Store के माध्यम से अपडेट करने वाले वैध ऐप्स के विपरीत, ड्रॉपर एप्लिकेशन दूसरे एप्लिकेशन को डाउनलोड और इंस्टॉल करने का अनुरोध करता है.