Robotic Surgery: रोबोट सर्जरी काफी पहले शुरू हो चुकी है. सफल रोबोट-असिस्टेड सर्जरी ने दुनियाभर में सैकड़ों-हजारों नहीं बल्कि लाखों रोगियों को प्रभावित किया है. रोबोट-असिस्टेड सर्जरी की सफलता का रेश्यो भी बहुत अच्छा है. लेकिन यह सर्जरी बहुत महंगी होने के चलते सभी लोगों की पहुंच में नहीं है. 

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रोबोट-असिस्टेड सर्जरी (Robot assisted surgery) को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक मुहैया कराने के मकसद से डॉक्टर सुधीर पी. श्रीवास्तव ने सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम लॉन्च किया है. 

डॉक्टर सुधीर का दावा है कि उन्होंने बहुत ही कम लागत में यह तकनीक ईजाद की है. उनका कहना है कि रोबोटिक्स सर्जरी का फ्यूचर बहुत ब्राइट है. उन्होंने कहा कि परंपरागत सर्जरी की तरह रोबोटिक सर्जरी में किसी मरीज के शरीर में बड़े चीरे नहीं लगाए जाते. रोबोटिक सर्जरी के बाद मरीज को दर्द का अहसास बहुत कम होता है और वह बहुत जल्दी ठीक भी हो जाता है.

उन्होंने SSI MANTRA (मल्टी आर्म नोवल टेली रोबोटिक असिस्टेंस-Multi-Arm Novel Tele Robotic Assistance) सिस्टम लॉन्च किया है. डॉक्टर सुधीर का कहना है कि उन्होंने 1400 से भी ज्यादा रोबोटिक कॉर्डिएक सर्जरी की हैं. 

MANTRA सिस्टम का इस्तेमाल पायलट अध्ययन के लिए पहली बार दिल्ली के राजीव गांधी कैंसर संस्थान में किया गया. एसएसआई मंत्र (SSI MANTRA) सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम का इस्तेमाल यूरोलॉजी, जनरल सर्जरी, गायनोकोलॉजी, थोरैसिक, कॉर्डिएक, सिर और गर्दन समेत तमाम बड़े ऑपरेशन में किया जा सकता है.

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