5G की शुरुआत में नहीं होगी कोई देरी, जानें किस वजह से उठे हैं सवाल
5G: नोकिया का कहना है कि अमेरिका, दक्षिण कोरिया और चीन जैसे विकसित बाजारों तथा भारत और लैटिन अमेरिका समेत उभरते बाजारों में 2021 तक 5जी प्रौद्योगिकी की शुरुआत हो जाएगी.
दूरसंचार क्षेत्र के लिए गियर बनाने वाली फिनलैंड की कंपनी नोकिया ने कहा कि यूरोप तथा अन्य हिस्सों में कुछ कंपनियों पर रोक की चल रही चर्चा से 5जी की शुरुआत की उसकी योजना पर कोई असर नहीं पड़ेगा. नोकिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजीव सुरी ने कहा कि अमेरिका, दक्षिण कोरिया और चीन जैसे विकसित बाजारों तथा भारत और लैटिन अमेरिका समेत उभरते बाजारों में 2021 तक 5जी प्रौद्योगिकी की शुरुआत हो जाएगी.
सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता
सुरी ने कहा कि इसके साथ ही कंपनियों के लिये सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता हो जाएगी क्योंकि इस नेटवर्क के जरिये व्यापार की लाखों गोपनीय जानकारियों का आदान-प्रदान होने लगेगा. उन्होंने कुछ कंपनियों पर रोक लगाए जाने से 5जी की शुरुआत में देरी तथा अंतत: लागत में वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘साफ कहें तो तथ्य इन दावों के पक्ष में नहीं हैं. आखिरकार 5जी एक पारिस्थितिकी है, किसी का कॉपीराइट नहीं.’’
इसकी हो रही चर्चा
ऐसे कयास लगाये जाते रहे हैं कि चीन की कंपनी हुआवेई पर कई देशों में रोक लगाए जाने से 5जी की शुरुआत में देरी हो रही है और इससे लागत बढ़ रही है. कई देशों ने चीन की कंपनी हुआवेई से सामानों की खरीद पर रोक लगा दी है. ऐसी खबरें रही हैं कि हुआवेई के पास किसी अन्य कंपनी की तुलना में 5जी से संबंधित अधिक पेटेंट हैं.
फाइल फोटो - रॉयटर्स
कोई एक कंपनी नहीं कर सकती तय
सुरी ने यहां रविवार को कहा, ‘‘कोई एक कंपनी यह तय नहीं कर सकती है कि 5जी का विकास कब और कैसे होगा. इसकी शुरुआत किसी एक कंपनी पर निर्भर नहीं है. यह मुझे बेहद अतार्किक लगता है कि नोकिया अमेरिका की जरूरतों को पूरा कर सकती है लेकिन यूरोपीय देशों की जरूरतों पर खरा नहीं उतर सकती है.’’ नोकिया ने कहा कि 5जी से एक गीगाबिट प्रति सेकंड की स्पीड मिलेगी जो 4जी की तुलना में 25 गुणा तेज है.
(इनपुट एजेंसी से)