Tik Tok Banned in Nepal: भारत के पड़ोसी देश नेपाल ने टिक टॉक पर बैन लगा दिया है.  नेपाल की प्रचंड सरकार ने कैबिनेट मीटिंग ने चीनी वीडियो शेयरिंग ऐप पर बैन लगाने का फैसला किया. नेपाल की सूचना एवं संचार मंत्री रेखा शर्मा ने इसकी पुष्टि की है. हालांकि, ये बैन कब से प्रभाव होगी, इसकी जानकारी नहीं दी गई है.  इस कदम के बाद,नेपाल टिक टॉक पर बैन लगाने वाला सबसे हालिया देश बन गया है. जो पहले से ही 50 से अधिक देशों में प्रतिबंधित है.

Tik Tok Banned in Nepal: नेपाल में सामाजिक सद्भाव बिगाड़ रहा था टिक टॉक

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सूचना एवं संचार मंत्री रेखा शर्मा ने ANI से इस फैसले की पुष्टि करते हुए कहा, '"नेपाल में आज से नीतिगत स्तर पर टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. प्रतिबंध लगाने के तकनीकी पहलू में कुछ समय लगेगा. सूचना और संचार मंत्रालय प्रतिबंध को प्रभावी बनाने में मदद करेगा.' नेपाल सरकार का यह निर्णय टिक टॉक पर शेयर की गई वीडियोज से कथित तौर पर सामाजिक सद्भाव में बाधा पहुंचती है. साथ ही सामाजिक संबंधों में दरार पैदा करने के बाद ये फैसला सामने आया है.

Tik Tok Banned in Nepal: चार साल में सामने आए हैं 1648 केस

नेपाल पुलिस के साइबर ब्यूरो ने पिछले चार साल और तीन महीने के अंदर साइबर क्राइम के कुल 1648 मामले दर्ज किए हैं. इनमें से ज्यादातर टिकटॉक के कंटेंट को लेकर थे. टिक टॉक में आपत्तिजनक सामग्री हटाने का कोई प्रावधान नहीं है. ताजा फैसला सरकार द्वारा 'सोशल नेटवर्किंग के संचालन पर निर्देश 2023' पेश किए जाने के कुछ ही दिनों के भीतर आया है. नए नियमों के तहत नेपाल में चल रहे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को तीन महीने के अंदर नेपाल में ऑफिस खोलना या फिर कोई अपना प्रतिनिध नियुक्त करना जरूरी है. 

 

नेपाल सरकार के नियमों के मुताबिक सोशल मीडिया साइट्स को  सूचना एवं संचार मंत्रालय में रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है. ऐसा न करने पर इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को बंद किया जाएगा. गौरतलब है कि साल 2020 में गलवान घाटी हिंसा के बाद भारत में टिक टॉक पर बैन लगा दिया था. सुरक्षा कारणों से ऑस्ट्रेलिया, बेलजियम, कनाडा, अफगानिस्तान, डेनमार्क, नीदरलैंड्स, न्यूजीलैंड और कनाडा ने टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाया था.