koo Algorithm: ट्विटर का प्रतिद्वंदी प्लेटफॉर्म KOO एल्गोरिदम लेकर आया है. kOO ने बुधवार को ऐलान किया कि वो अपने मूल एल्गोरिदम के पीछे के कामकाज और फलसफे को प्रकाशित कर रहा है. कंपनी ने कहा कि, 'ऐसा करने वाला पहला सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म है.'

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Koo ने आगे बताया कि, 'इसकी मदद से प्लैटफॉर्म के यूजर्स को ये समझने में मदद मिलेगी कि उन्हें जो कॉन्टेन्ट दिख रहा है, वो उनके सामने क्यों पेश किया जा रहा है.' Koo के इस एल्गोरिदम को यूजर्स Koo की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं.

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Koo का एल्गोरिदम हुआ पब्लिक

एल्गोरिदम एक गणितीय नियमों के समूह को कहते हैं. यह यूजर्स के व्यवहार और वरीयताओं के आधार पर उन्हें कॉन्टेन्ट परोसता है, ताकि प्लैटफॉर्म पर उनका एक्सपिरियंस बेहतर हो सके. टिकटॉक और इंस्टाग्राम से लेकर ट्विटर और यूट्यूब जैसे सभी प्लैटफॉर्म एल्गोरिदम की मदद से ही चलते हैं.

Koo ने बुधवार को जारी अपने बयान में कहा कि, 'वो अपने एल्गोरिदम को पब्लिक करने वाली पहली महत्वपूर्ण सोशल मीडिया कंपनी बन गई है. प्लैटफॉर्म का कहना है कि यह कदम 'कू को एक पारदर्शी और सुरक्षित मंच के रूप में स्थापित करता है.'

बयान में कहा गया है, 'यह कदम उपयोगकर्ता के हितों को ध्यान में रखते हुए मंच पारदर्शिता और तटस्थता के लिए कू की प्रतिबद्धता को दोहराता है. यह उपयोगकर्ताओं को यह जानने का अधिकार देता है कि वे उस सामग्री को क्यों देख रहे हैं जो उनके सामने आ रही है.'

'कू अपने चार मुख्य एल्गोरिदम – फीड, ट्रेंडिंग #, लोगों की सिफारिशों और नोटिफिकेशन में उपयोग किए जाने वाले वेरिएबल पर चर्चा करता है. ये चार एल्गोरिदम निर्धारित करते हैं कि उपयोगकर्ता किस प्रकार की सामग्री देखते हैं और उपभोग करते हैं.' Koo का यह ताजा कदम ऐसे समय आया है जब ट्विटर पर बोलने की आजादी और पारदर्शिता को लेकर चर्चा हो रही है.