भारत सरकार के गृह मंत्रालय सेफ्टी और साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस ट्विटर हैंडल साइबर दोस्त (Cyber Dost)  ने यूजर्स को उनकी पर्सनल डिटेल्स (Personal ID details) चुराने के लिए ग्राहकों को लुभाने वाले फर्जी कॉल Fake calls)  से बचने के लिए अलर्ट किया है. यहां आपको इन धोखाधड़ी कॉल के बारे में जानने की जरूरी है. इसी के साथ यूजर्स के लिए कुछ जरूरी टिप्स भी शेयर किए है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कोरोना के चलते साइबर फ्रॉड भी कॉफी तेजी से बढ़ रहा है. सरकार इस तरह के स्कैम को लेकर अलर्ट जारी करता है. इन सब स्कैम से बचने के ऑनलाइन सिक्योरिटी और सेफ्टी का ध्यान रखना चाहिए. 

इन फर्जी कॉल के मोबाइल नंबर आमतौर पर +92 से शुरू होते हैं.

ये कॉल सामान्य वॉयस कॉल या वॉट्सऐप कॉल हो सकते हैं

इन कॉलों का उद्देश्य किसी की पर्सनल और संवेदनशील जानकारी जैसे बैंक अकाउंट नंबर डेबिट कार्ड डिटेल्स प्राप्त करना है.

नागरिकों को फर्जी लॉटरी या लकी ड्रा के बहाने अपना ब्योरा देने का लालच दिया जाता है.

जालसाज एक नकली अथॉरिटी से हस्ताक्षर के साथ मैसेज को ऑथोराइज़्ड करके इसे वैध दिखाने की कोशिश करेंगे

वे मैसेज के साथ QR कोड और बारकोड भी शेयर कर सकते हैं. ऐसे क्यूआर कोड को कभी भी स्कैन न करें

घोटालेबाज अक्सर आपके नंबर पर लगातार कॉल करते हैं

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

धोखाधड़ी करने वाले भी कथित तौर पर +01 से शुरू होने वाले नंबरों से कॉल कर रहे हैं