दुनिया की सबसे दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 400 डेवलपरों के करीब हजारों ऐप सस्पेंड कर दिए हैं. ये फैसला कैंब्रिज एनालिटिका डेटा घोटाले के बाद लिया गया है. हालांकि, फेसबुक ने अभी यह नहीं कहा है कि ये ऐप यूजर के लिए नुकसानदायक हैं या नहीं. कंपनी को जिस भी ऐप पर संदेह हुआ है, उसकी जांच कर रही है.  

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फेसबुक ने अपने ब्लॉग पोस्ट में शुक्रवार को कहा, "वे अभी भी टेस्टिंग फेज में थे. कई काम नहीं कर रहे थे, इसलिए हमने उन सभी ऐप को सस्पेंड कर दिया." एक दूसरे पोस्ट में कहा गया, "कई मामलों में डेवलपरों ने जानकारी के लिए हमारे रिक्वेस्ट का जवाब नहीं दिया, इसलिए हमने उन्हें सस्पेंड कर दिया, क्योंकि हम एक्शन लेने के लिए कमिडेट हैं."

कैंब्रिज एनालिटिका डेटा घोटाले के बाद फेसबुक ने मार्च 2018 में अपना 'ऐप डेवलपर इंवेस्टिगेशन' स्टार्ट किया था. आईएएनएस की खबर के मुताबिक, कंपनी ने साल 2014 में अपनी प्लेटफॉर्म पॉलिसी को बदलने से पहले उन सभी ऐप की समीक्षा करने का टार्गेट रखा है, जिन्होंने बड़ी मात्रा में जानकारियां जुटाई थीं. फेसबुक ने कहा, "हमारी ऐप डेवलपर जांच किसी भी तरह से खत्म नहीं हुई है. आज तक इस जांच में लाखों ऐप शामिल हुए हैं."

कुछ मामलों में फेसबुक ने कुछ ऐप पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. फेसबुक ने मई में कैलिफोर्निया में एक दक्षिण कोरियाई डेटा एनालिटिक्स कंपनी रेंकवेभ के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, क्योंकि इसने जांच में सहयोग नहीं किया था.