वर्क फ्रॉम होम ने बेहतर इंटरनेट की डिमांड को बढ़ाया है. लोग बेहतर वाई-फाई कनेक्शन हो या मोबाइल फोन, काम में अच्छा परफॉर्म करने के लिए अपने उपकरणों को बेहतर नेटवर्क के साथ अपग्रेड कर रहे हैं. साल 2000 में जहां 3G नेटवर्क लॉन्च हुआ और इंटरनेट स्पीड में एक नया बदलाव देखने मिला वहीं इसी रेस में अब 5G नेटवर्क भी शामिल है. लेकिन उसके पहले कि आप 5G मोबाइल फोन में इन्वेस्ट करें, इन सभी नेटवर्क के बारे में कुछ खास बातें जान लें. अमेरिका में 5G नेटवर्क की शुरुआत साल 2019 में हुई थी. जिसके बाद अब इंडियन मार्केट में भी 5G मोबाइल फोन आ गए हैं. 

3G, 4G और 5G में अंतर

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5G का नाम लेते ही, बात आती है स्पीड की. सभी नए नेटवर्क पुराने नेटवर्क से फास्ट स्पीड रखते हैं. 4G नेटवर्क में टॉप स्पीड 100 MBPS है, हालांकि असल में आपको यह स्पीड 35 MBPS तक ही मिल पाती है. 3G नेटवर्क में आपको 3 MB प्रति सेकंड तक की स्पीड मिल जाती है. लेकिन कई बार देखा गया है कि बिजी एरिया में होने के चलते 4G नेटवर्क में भी आपको 4-5 Mbps तक ही स्पीड मिल पाती है. वहीं अगर बात करें 5G नेटवर्क की तो इनकी क्षमता 4G नेटवर्क से 100 गुना ज्यादा बताई गयी है. ये स्पीड तकरीबन 20gbps तक है, और अगर आप तक पहुंचने वाली स्पीड की बात करें तो ये 50mbps से 3gbps तक हो सकती है. लेकिन 3G नेटवर्क आपको ग्रामीण जगहों पर आसानी से मिल जाता है, वहीं दूसरी और 5G और 4G का प्रसार कुछ खास शहरों तक सीमित है.

 

5G भी हैं दो तरह के 

5 जी के लो बैंड नेटवर्क की स्पीड, 4 जी से थोड़ी ही ज्यादा यानि की 40-50 mbps है.

5G के हाई बैंड नेटवर्क की स्पीड 3GB प्रति सेकंड तक जा सकती है.

लेटेंसी

लेटेंसी किसी डाटा के एक पॉइंट से दूसरे पॉइंट तक ट्रेवल करने में लगने वाला समय है. यानि की डाटा ट्रांसफर होने में लगने वाला समय. 4G नेटवर्क में डाटा ट्रांसफर का ये समय 40 मिलिसेकंड है जबकि 5G नेटवर्क ये काम 1 मिलिसेकंड तक के समय में कर सकते हैं.

नेटवर्क कवरेज

फिलहाल 4G कवरेज भी ग्रामीण इलाकों में देखने नहीं मिलता. ऐसे में 5G का प्रसार भी बड़े शहरों तक ही सीमित है. 4G का bandwidth स्पेक्ट्रम 5G के मुकाबले छोटा है. 5G तीन डिफरेंट बैंड में बंटा हुआ है. हर बैंड  के पास खुद की फ्रीक्वेंसी रेंज और स्पीड है. इसलिए 5G की कैपेसिटी 3G और 4G  दोनों नेटवर्क से बढ़िया है.