भारत के इलेक्‍ट्रॉनिक बाजार पर कोरोना वायरस का डंक लग सकता है. यानि यहां TV, रेफ्रिजरेटर, स्‍मार्टफोन और AC समेत तमाम इलेक्‍ट्रॉनिक प्रोडक्‍ट महंगे हो सकते हैं. क्‍योंकि भारत ने 23 जनवरी से ही चीन से कच्‍चा माल मंगाना बंद कर दिया है. इससे लोकल मार्केट में इलेक्‍ट्रॉनिक कच्‍चे माल की कमी पड़ना शुरू हो गई है.

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जानकारों की मानें तो कंपनियां डिस्‍काउंट और ऑफर्स खत्‍म कर रही हैं. इससे मोबाइल की कीमतों में 7% तक उछाल आने की आशंका है जबकि TV प्रोडक्‍ट की कीमत पर 10% तक असर पड़ सकता है. आपको बता दें कि कोरोनावायरस के चलते चीन में कारोबार, फैक्ट्री और मार्केट बंद हो गए हैं और चीन से बड़े पैमाने पर इलेक्‍ट्रॉनिक उत्‍पादों का भारत में इम्‍पोर्ट होता है.

आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल (Apple) पर कोरोना वायरस की मार का सीधा असर देखने को मिल रहा है. आईफोन की सप्लाई चेन में परेशानी आ गई है. सप्लाई कम होने से उत्पादन पर भी असर पड़ सकता है. एप्पल के आईफोन की आपूर्ति इस समय बुरी तरह से प्रभावित चल रही है, जिसके चलते एप्पल जनवरी-मार्च तिमाही के लिए अपने इनकम के टारगेट से काफी पीछे रह जाएगा. चीन स्थित फॉक्सकॉन कंपनी एप्पल के आईफोन और अन्य गैजेट्स का उत्पादन करती है.

Xiaomi ने दाम बढ़ाए

Xiaomi ने भारत में रेडमी नोट 8 स्मार्टफोन के दाम बढ़ा दिए हैं. भारतीय स्मार्टफोन विक्रेता और भारत में स्मार्टफोन बेचने वाली विदेशी कंपनियां अब तक चीन के शटडाउन के प्रभाव से सुरक्षित हैं. लेकिन आने वाले दिनों में कीमतों पर असर पड़ेगा.

क्‍या-क्‍या सामान आता है चीन से

मोबाइल चार्जर, मोबाइल कवर, बैटरी, लैपटॉप बैटरी, मोबाइल का टेंपर ग्लास, टॉर्च, खिलौने, इमरजेंसी लाइट, खिलौने, ट्रिमर सहित कई उत्पाद महंगे हुए हैं. मोबाइल के विभिन्न पार्ट्स की कीमतें भी बढ़ गई हैं. टच पैड और डिस्प्ले की कीमत में बढ़ोतरी हुई है. 

मोबाइल कांग्रेस कैंसिल

कोरोना वायरस का असर दूरसंचार क्षेत्र के सबसे बड़े कार्यक्रम 'मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस (एमडब्ल्यूसी)' पर भी पड़ा है. दूरसंचार कंपनियों के वैश्विक संगठन जीएसएम एसोसिएशन ने कोरोना वायरस से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण स्पेन के बार्सिलोना में होने वाले मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस के 2020 संस्करण को कैंसिल करने का फैसला किया है.

दरअसल, चीन में फैले कोरोना वायरस के चलते कई दिग्गज कंपनियों ने इस कार्यक्रम से किनारा कर लिया था. इनमें वोडाफोन, सिस्को, एलजी, विवो, एनटीटी डोकोमो, सोनी, अमेजन, फेसबुक, मीडियाटेक और इंटेल समेत अन्य कंपनियां शामिल हैं. मोबाइल कांग्रेस 24 से 27 फरवरी को होनी थी.