वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को बजट में घोषणा की कि भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेक्टर को मजबूत करने के लिए सरकार जल्द ही एक राष्ट्रीय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पोर्टल लॉन्च करेगी. लोकसभा में 2019-20 का अंतरिम बजट पेश करते हुए गोयल ने यह भी कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेक्टर के विकास के लिए नौ प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान की गई है.

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AI स्टार्ट-अप्स को मिल रहा है बढ़ावा

इस क्षेत्र में भविष्य के अपार अवसरों के मद्देनजर भारत में लगभग 200 एआई स्टार्ट-अप्स विभिन्न उद्योगों के लिए एआई-आधारित समाधानों का विकास और निर्माण कर रहे हैं. पिछले साल अपने बजट भाषण में अरुण जेटली ने नई और उभरती तकनीकों में अनुसंधान और विकास का मार्गदर्शन करने के लिए नीति आयोग से एआई पर राष्ट्रीय कार्यक्रम स्थापित करने के लिए कहा था.

 

इसके बाद नीति आयोग ने सामाजिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एआई के कार्यान्वयन की दिशा में पांच क्षेत्रों की पहचान की थी. इसमें स्वास्थ्य सेवा, कृषि, शिक्षा, स्मार्ट सिटी और बुनियादी ढांचा और परिवहन शामिल हैं.

क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब है बनावटी तरीके से विकसित की गई बौदि्धक क्षमता. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नई नहीं है, बल्कि इसकी शुरुआत वर्ष 1950 के दशक में हुई थी. इसके जरिए कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम तैयार किया जाता है, जो उन्हीं तर्कों के आधार पर चलाने का प्रयास करता है जिसके आधार पर इंसान का दिमाग काम करता है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले सिस्टम के जरिए 1997 में शतरंज के बादशाह गैरी कास्पोरोव को भी हराया जा चुका है.