दुनिया की दिग्गज स्मार्टफोन कंपनी एप्पल (Apple) के आईफोन (iPhone) के आई ('i') का मतलब अब बदल गया है. एप्पल का iPhone XR अब स्वदेशी हो गया है. एप्पल ने अपने इस स्मार्टफोन का निर्माण भारत में शुरू कर दिया है. अभी तक Apple के ज्यादातर प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग चीन में होती रही है. Apple के दो बड़े ग्लोबल कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स भारत में पहले से ही मौजूद हैं.

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सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि टेक्नोलॉजी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल (Apple) ने घरेलू बाजार और निर्यात के लिए iPhone XR का उत्पाद शुरू किया है. उन्होंने कहा कि सरकार देश में मोबाइल फोन विनिर्माण को बढ़ावा दे रही है.

iPhone में 'i' का मतलब

iPhone ही नहीं एप्पल (Apple) के तमाम प्रोडक्ट्स iMac, iPod, iTunes, iPad में भी आई (i) लगा होता है. 1998 में एप्पल के एक इवेंट में, स्टीव जॉब्स ने 'i' और "मैक" के बीच लिंक की व्याख्या करते हुए iMac की शुरुआत की थी. स्टीव जॉब्स ने बताया कि iMac में 'i' इंटरनेट के लिए इस्तेमाल किया गया है.

Nokia का प्लांट भी खुलेगा

रवि शंकर प्रसाद ने बताया कि मोबाइल चार्जर बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी सालकांप (Salcomp) ने चेन्नई में नोकिया के बंद कारखाने को लेने के लिये समझौता किया है. Salcomp आईफोन के लिये एप्पल (Apple Charger) को चार्जर की सप्लाई करती है.

 

सालकांप (Salcomp) इस यूनिट को पटरी पर लाएगी जो करीब 10 साल से बंद हैं. यह कारखाना मार्च 2020 से शुरू हो जाएगा. यहां Salcomp इकाई चार्जर और अन्य उपकरण का उत्पादन करेगी. कंपनी इसमें पांच साल में 2,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.

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नोकिया (Nokia) का कारखाना 10 साल से बंद है और उसे फिर से चालू किया जाएगा. इससे प्रत्यक्ष रूप से 10,000 और परोक्ष रूप से 50,000 लोगों को रोजगार मिलेगा. देश का मोबाइल (Mobile Phone) के साथ-साथ अन्य उपकरणों का निर्यात 2019-20 में 1.6 अरब डॉलर के पार कर जाने की उम्मीद है.