इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन (IDC) की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 तक दुनियाभर के स्मार्टफोन मार्केट के 50 प्रतिशत हिस्से पर 5जी स्मार्टफोन (5G Smartphones) के कब्जा जमा लेने की संभावना है. IANS की खबर के मुताबिक, कोविड-19 महामारी और कस्टमर्स की कमी होने के बावजूद सभी स्मार्टफोन के लिए पार्ट्स बनाने वाली कंपनी ओईएम के लिए 5जी ही पहली प्रायोरिटी रही.

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आईडीसी के वर्ल्डवाइड मोबाइल डिवाइस ट्रैकर के प्रोग्राम वाइस प्रेसिडेंट रयान रीथ के मुताबिक, मार्केट में स्लो स्पीड आने के बाद जब कई सारी बड़ी कंपनियों ने साल 2020 के लिए अपने प्रॉडक्शन करने की योजनाओं में कमी लाई है, हमने पाया है कि इनमें सबसे ज्यादा कटौती 4जी पोर्टफोलियो में की गई है. ऐसा इसलिए, क्योंकि ज्यादातर का यह मानना है कि साल 2020 के अंत तक 5जी (5G) के तेजी आएगी जिसका असर 4जी (4G) पर देखने को मिलेगा.

रीथ ने कहा कि हालांकि हम अब भी यही मानते हैं कि कस्टमर्स में 5जी की डिमांड कम है और जब बाजार की चल रही स्लोडाउन के साथ इसे जोड़ा जाएगा तो इस पूरा दबाव इसके साथ जुड़ी सर्विस फीस और हार्डवेयर पर पड़ेगा जो काफी महत्वपूर्ण है.

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हालांकि आईडीसी में रिसर्च डायरेक्टर नबिला पोपल कहती हैं, "हम साल 2021 से साल-दर-साल 9 प्रतिशत बढ़ोतरी होने की उम्मीद कर सकते हैं और ऐसा इसलिए, क्योंकि साल 2020 में इसमें भारी गिरावट देखने को मिली है. बहरहाल, स्थिति को पूरी तरह से सुधरने में साल 2022 तक का समय लग जाएगा और तब स्मार्टफोन इंडस्ट्री कोविड-19 के पहले जैसे दौर में वापसी करेगी. यहां गौर करने वाली बात यह है कि बाजार में सुधार होने के इस दौर में 5जी की भूमिका काफी अहम होगी.