टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड का FPO आज गुरुवार को बाजार में लिस्ट हो गया है. एफपीओ को जहां जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था, ऑफर करीब सात गुना भरा था. लेकिन एफपीओ की थोड़ी कमजोर लिस्टिंग हुई है. फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर 10 प्रतिशत के डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ है. FPO के पहले कंपनी के 5012 करोड़ शेयर लिस्टेड थे. आज कंपनी के 1636 करोड़ नए शेयर लिस्ट हुए हैं. FPO के बाद कंपनी के कुल 6648 करोड़ शेयर बाजार में होंगे.

क्या बोले कुमार मंगलम बिड़ला

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Vodafone Idea की FPO की लिस्टिंग पर ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि इस पेशकश में घरेलू, विदेशी निवेशकों ने हिस्सा लिया. सबसे बड़ा एफपीओ रहा. FPO को समर्थन के लिए सरकार का धन्यवाद दे रहे हैं.  

Voda-Idea सिर्फ कंपनी नहीं बल्कि राष्ट्रीय संपत्ति है. नेटवर्क विस्तार और तकनीक पर फंड का इस्तेमाल किया जाएगा. FPO को रिस्पॉन्स के बाद Voda-Idea 2.0 की शुरुआत होगी.

अब शेयरों में क्या करें?

अनिल सिंघवी ने कहा कि लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को ये शेयर होल्ड करना चाहिए. ये शेयर मल्टीबैगर बन सकता है. शेयर दो-तीन गुना बढ़ सकता है. लिस्टिंग किस प्राइस पर हो रही है, इसपर ध्यान न दें. शेयर ने 10-11 की रेंज में बॉटम बना लिया है. इससे नीचे जाने का चांस नहीं है. शॉर्ट टर्म इन्वेस्टर्स 14-15 का लक्ष्य रखें. जो फंड रेजिंग हुई है, कंपनी उससे कर्ज नहीं चुका रही है. अपनी परफॉर्मेंस सुधार रही है. जो लिस्टिंग के तुरंत बाद बेचेंगे, उन्हें 11, 12 भी मिल जाए तो वो बेचेंगे. लेकिन अगर कोई इससे ज्यादा का टाइम लेकर, जैसे 2-4 महीने का व्यू लेकर चलेंगे, तो उन्हें 14-15 का लक्ष्य रखना होगा. ये एक से तीन महीने का टारगेट है. मीडियम टर्म के इन्वेस्टर्स 17-18 रुपये का टारगेट लेकर चलें. लेकिन लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को 2-3 साल के लिए बने रहना है. कंपनी की परफॉर्मेंस सुधरी तो ये शेयर मल्टीबैगर भी बन सकता है. शेयर दो-तीन गुना हो सकता है. इसे पोर्टफोलियो में डालकर छोड़ दीजिए.

Vodafone Idea FPO Details

कर्ज में डूबी टेलीकॉम कंपनी ने 1800 करोड़ का FPO लॉन्च किया था, जो 18 अप्रैल को खुला था और 23 को बंद हुआ था. कंपनी ने एफपीओ से 18,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं  वोडाफोन आइडिया को एफपीओ के तहत कुल 88,124 करोड़ रुपये की बोलियां मिलीं, लेकिन एफपीओ पेशकश के अनुसार कंपनी 12,600 करोड़ रुपये ही अपने पास रखेगी. कंपनी ने एफपीओ खुलने के पहले 490 करोड़ शेयर बेचकर एंकर निवेशकों से 5,400 करोड़ रुपये जुटाए थे.

पात्र संस्थागत खरीदारों के खंड को 19.31 गुना अभिदान मिला जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के खंड को 4.54 गुना अभिदान मिला. हालांकि खुदरा निवेशकों ने पेश किए गए शेयरों की संख्या से थोड़ी ही अधिक बोली लगाई. एफपीओ के तहत 10-11 रुपये प्रति शेयर के मूल्य दायरे में पेशकश की गई थी. यह शेयरों के मौजूदा बाजार भाव से कम है. इस FPO में पात्र संस्थागत खरीदारों (QIB) और HNI सेगमेंट में अब तक की सबसे अधिक खरीद हुई. पहली बार 6,300 करोड़ रुपये के बड़े खुदरा हिस्से को भी पूरा सब्सक्रिप्शन मिला.