शेयर बाजार में इन दिनों जोरदार स्टॉक एक्शन देखने को मिल रहा. शेयरों में नतीजों और खबरों के दम पर हलचल है. इसमें कमाई का भी मौका बन रहा है. ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) ने सरकारी क्षेत्र की एक कंपनी के शेयर पर रेटिंग और टारगेट को घटाया है, जिसकी वजह दिल्ली सरकार की नई पॉलिसी है. ब्रोकरेज की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक नई पॉलिसी का सीधा असर इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL Share Price) के कारोबार पर पड़ेगा. ऐसे में कंपनी के शेयर नरमी देखने को मिल सकती है.

IGL पर ब्रोकरेज की स्ट्रैटेजी

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ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड यानी IGL के शेयर पर डबल डाउनग्रेड कर दिया है. शेयर पर रेटिंग को BUY से घटाकर HOLD कर दिया है. साथ ही शेयर पर टारगेट को घटाकर 465 रुपए कर दिया है, जोकि पहले 565 रुपए प्रति शेयर था. ब्रोकरेज ने FY25/27 के EPS में 7 से 9% की कटौती की है. 

क्या है दिल्ली सरकार की नई पॉलिसी?

सरकारी कंपनी के लिए अहम खबर यह है कि दिल्ली सरकार ने नई EV एडॉप्शन पालिसी जारी किया है. हालांकि, इसे गवर्नर के अप्रूवल के बाद पॉलिसी लागू होगी. नोटिफिकेशन के बाद कैब एग्रिगेटर,  डिलीवरी सर्विस देने वाले, ई-कॉमर्स कंपनियों को ज्यादा से ज्यादा EV पर शिफ्ट होना होगा. अगले 3 साल में नई गाड़ी खरीद में से 50% EV होनी चाहिए. साथ ही अगले 5 साल में नई गाड़ी खरीद में से 100% EV होना चाहिए. इसके अलावा 1 अप्रैल 2030 तक एग्रिगेटर्स की सभी गाड़ियां EV होनी चाहिए.

नई पॉलिसी का क्या होगा असर?

दिल्ली सरकार की नई EV एडॉप्शन पालिसी का कंपनी पर सीधा असर होगा. फिलहाल दिल्ली में EV का पेनेट्रेशन 11% है. इसमें ज्यादा EV गाड़ियां 2 और 3 पहिया वाहन हैं. पैसेंजर व्हीकल (PV) में CNG गाड़ियों का मार्केट शेयर 18 % है. PV में EV गाड़ियों का मार्केट शेयर 4 % है. दिल्ली की गाड़ियों में कैब एग्रिगेटर का शेयर 30% है. वहीं, IGL के दिल्ली में कुल वॉल्यूम में से 15% DTC बस का है. FY25 तक कंपनी के 30% वॉल्यूम पर असर आ सकता है. इंडस्ट्रियल गैस में एंट्री से कंपनी की नुक्सान की भरपाई नहीं होगी. 

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 डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह मार्केट एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)