HCL Tech Share: शेयर बाजार में रिकॉर्डतोड़ रैली जारी है. सेंसेक्स और निफ्टी नए ऑल टाइम हाई पर ट्रेड कर रहे. बाजार की इस तेजी में IT सेक्टर को छोड़ चौतरफा खरीदारी देखने को मिल रही. IT सेक्टर में नरमी की वजह सेक्टर के दिग्गज शेयरों में आई गिरावट है. ऐसा ही एक शेयर HCL Tech है, जो खबरों के चलते लाल निशान में आ गया है. दरअसल, कंपनी की सब्सिडियरी HCL Tech UK अपनी पूरी हिस्सेदारी US-बेस्ड State Street JV में बेचेगी. नतीजतन, स्टॉक पर दबाव देखने को मिल रहा. खबर के बाद ब्रोकरेज हाउसेज ने स्टॉक स्ट्रैटेजी दी है. 

HCL Tech: क्या है खबर? 

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दिग्गज भारतीय IT कंपनी HCL Tech की UK सब्सिडियरी JV  State Street HCL Services में अपनी पूरी 49% हिस्सेदारी बेचेगी. स्टेट स्ट्रीट ने MoU के तहत अपना कॉल ऑप्शन एक्सरसाइज किया है. यह ट्रांजैक्शन Q1FY25 तक पूरा होने की उम्मीद है. यह डील 1411 करोड़ रुपए ($17 करोड़) की एंटरप्राइज वैल्यू पर होगी. बता दें कि  2012 में JV की शुरुआत हुई थी.

खबर पर ब्रोकरेजेज का राय

ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Nomura ने कहा कि JV में HCL Tech की हिस्सा बिक्री से कंपनी को 805 करोड़ रुपए($9.7 करोड़) की आय या आय में 0.8% की गिरावट होगी. वहीं JP Morgan ने कहा कि स्टेट स्ट्रीट JV की IN-SOURCING से कंपनी के ग्रोथ पर असर संभव है. कमजोर ग्रोथ स्थिति के कारण और डी-रेटिंग संभव है.    

स्टॉक पर ब्रोकरेजेज फर्म की स्ट्रैटेजी

खबर के बाद HCL Tech के शेयर पर ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म ने स्ट्रैटेजी दी है. JP Morgan ने शेयर पर अंडरवेट की रेटिंग को बरकरार रखा है. साथ ही शेयर पर 1070 रुपए का टारगेट दिया है. Nomura ने HCL Tech पर न्यूट्रल रेटिंग बरकरार रखा है. शेयर पर 1200 रुपए का टारगेट दिया है. Morgan Stanley ने स्टॉक पर ओवरवेट रेटिंग के साथ 1400 रुपए का टारगेट दिया है.