शेयर बाजार में पेंट्स सेक्टर फोकस में है. बिड़ला ग्रुप की एंट्री से लीडर कंपनियों को छटका लग सकता है. यही वजह है कि ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म ने ग्रासिम के शेयर पर अग्रेसिव कॉल दिया है, लेकिन एशियन पेंट्स पर रेटिंग और टारगेट में बदलाव किया है. यही वजह है कि शेयर बाजार खुलते ही एशियन पेंट्स का शेयर 4 फीसदी फिसल गया है. BSE पर शेयर 2890 रुपए के आसपास ट्रेड कर रहा है. 

Asian Paints पर टूटा ब्रोकरेज का भरोसा 

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एशियन पेंट्स का शेयर इसलिए फोकस में है क्योंकि बिड़ला ग्रुप की कंपनी ग्रासिम ने पेंट सेक्टर में एंट्री मार ली है. ब्रोकरेज फर्म ग्रासिम के शेयर पर अग्रेसिव टारगेट दे रहे, जबकि एशियन पेंट्स पर ब्रोकरेज का भरोसा पहले से कम हो गया है. 

CLSA ने एशियन पेंट्स के शेयर पर डाउनग्रेड किया है. इसके तहत शेयर पर रेटिंग को अंडरपरफॉर्म से बिकवाली कर दी है. शेयर पर टारगेट भी 3215 रुपए से घटाकर 2425 कर दिया है. इसके अलावा Goldman Sachs ने भी Neutral रेटिंग के साथ टारगेट घटाकर 2825 रुपए कर दिया, जोकि पहले 3300 रुपए प्रति शेयर था. 

एशियन पेंट्स पर ब्रोकरेज की स्ट्रैटेजी 

ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि एशियन पेंट्स का मार्केट शेयर घटने की आशंका है. क्योंकि कंपनी के लिए डीलर्स और कस्टमर्स को बनाये रखना एक बड़ा चैलेंज होगा. बढ़ते कम्पटीशन से कंपनी के मार्जिन पर भी असर दिखेगा. CLSA का कहना है कि एशियाई पेंट्स के लिए यह एक De-rating इवेंट हो सकता है.  

ग्रासिम बनेगा बड़ा प्रतिद्वंदी 

ग्रासिम के पेंट कारोबार एंट्री मारते हुए अपना ब्रांड Birla Opus लॉन्च किया है, जोकि एशियन पेंट्स समेत अन्य पेंट कंपनियों के लिए बड़ा कम्पटीशन होगा. ग्रासिम नए कारोबार के लिए 10,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिसके तहत 6 पेंट प्लांट्स लगाए हैं. Birla Opus इंडस्ट्री साइज का 40% कैपेसिटी विस्तार करेगा. अगले तीन साल में पेंट बिजनेस को मुनाफे में लाने का भी टारगेट है. कंपनी का टारगेट अगले 3 साल में पेंट बिजनेस से 10,000 करोड़ रुपए के आय की है. 

 

(डिस्‍क्‍लेमर: यहां स्‍टॉक्‍स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई है. ये जी बिजनेस के विचार नहीं हैं. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)