आम बजट 2019 (Budget 2019) के पेश होने के बाद शेयर बाजार (Share Market) काफी टूट गया था. घरेलू शेयर बाजार में लगातार 4 सत्र के बाद शुक्रवार को गिरावट दर्ज की गई. आम बजट 2019-20 पर निवेशकों ने उत्साहहीन प्रतिक्रिया दी. इस बीच, 'जी बिजनेस' की इनहाउस रिसर्च टीम ने बजट में खास घोषणाओं से बाजार पर पड़ने वाले असर का आकलन किया.

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'जी बिजनेस' की रिसर्च टीम के सदस्‍य कुशल गुप्‍ता ने बताया कि शेयर बाजार को बजट में हुईं घोषणाओं से तेजी मिलेगी. 

> बजट में जो सबसे पहला प्रावधान किया गया है वह लिस्‍टेड कंपनी में मिनिमम शेयर होल्डिंग 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 35 प्रतिशत करने का प्रस्‍ताव रखा है. कुशल ने बताया कि 1300 से अधिक कंपनियों में प्रमोटर होल्डिंग 75 प्रतिशत से अधिक है. उन्‍हें अपनी प्रमोटर होल्डिंग घटानी पड़ेगी. 

> ऑप्‍शन ट्रेडर्स को STT में राहत. इसका फायदा डेरिवेटिव ट्रेडर्स को मिलेगा.

> FY 20 में विनिवेश का लक्ष्‍य बढ़ाकर 1.05 लाख करोड़ रुपए किया गया. यानि सरकार ज्‍यादा विनिवेश करेगी और इससे बाजार को बल मिलेगा.

> CPSETF को ELSS का दर्जा मिलेगा. यानि अब तक MF स्‍कीम ELSS के दायरे में आती थीं. भारत में पहली बार ETF को ELSS का दर्जा दिया जा रहा है. ऐसा होने से निवेश बढ़ेगा.

> विदेशी निवेशकों (FPI) के KYC नियमों को आसान बनाया जाएगा.

> FPI की कंपनियों में निवेश की सीमा 24 फीसदी से बढ़ाई जाएगी.

> NRI पोर्ट‍फोलियो इन्‍वेस्‍टमेंट रूट को FPI रूट में जोड़ा जाएगा. 

शुक्रवार को BSE संवेदी सूचकांक में एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट शुक्रवार को लोकसभा में पेश किया. बजट की घोषणाओं पर बाजार की प्रतिक्रियाएं उत्साहवर्धक नहीं रही और प्रमुख शेयर संवेदी सूचकांकों में भारी गिरावट दर्ज की गई.