Stock Market 2023: शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिहाज से साल 2023 के लिए शुक्रवार अंतिम दिन रहा. बाजार के प्रमुख इंडेक्स 29 दिसंबर को प्रॉफिट बुकिंग के चलते लाल निशान में बंद हुए. सेंसेक्स 72,240 और निफ्टी 21,731 पर फिसले. हालांकि, पूरे सालभर का कैलकुलेशन करें, तो रिटर्न पॉजिटिव है. सेंसेक्स, निफ्टी, बैंक निफ्टी 20% तक चढ़े. जबकि आउटपरफॉर्म स्मॉलकैप और मिडकैप सेक्टर ने किया. NSE पर इंडेक्स 50% से ज्यादा उछले. बाजार की इस ताबड़तोड़ तेजी में निवेशकों को करीब 81 लाख करोड़ रुपए का बंपर मुनाफा हुआ. जबकि पूरे साल पर नजर दौड़ाएं तो मार्केट के लिए कई ग्लोबल और घरेलू चुनौतियां भी रहीं. बावजूद इसके भारतीय शेयर लगातार 8वें साल पॉजिटिव रिटर्न देने में सफल रहा.  

2023 में भारतीय शेयर बाजार रहे अव्वल

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शेयर बाजार में साल 2016 से जारी सालाना तेजी का सिलसिला 2023 में भी जारी रहा. इस साल मार्केट ने रिटर्न के लिहाज से अमेरिकी शेयर बाजारों को भी पीछे छोड़ दिया. भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी-50 करीब 20 फीसदी चढ़ा. स्मॉलकैप इंडेक्स सबसे ज्यादा 54 फीसदी उछला. जबकि अमेरिकी बाजारों में नैस्डैक 44 फीसदी और एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई इंडेक्स 28 फीसदी ही उछला. सेक्टोरल इंडेक्स पर नजर डालें तो ऑटो और IT बाजार में जोश भरने का काम किया, जो 45 फीसदी तक चढ़े. 

2023 में भारतीय शेयर बाजार

इंडेक्स                       रिटर्न

Nifty 50                   +20.3%

Bank Nifty                +12.9%

Sensex                   +19%

Nifty SmallCap 100        +54.7%  

Nifty Midcap100           +45.4%  

2023 में भारतीय बाजार के प्रमुख इंडेक्स 

इंडेक्स                            रिटर्न

Nifty Auto                   +45.9%

Nifty IT                     +24.7%

Nifty Metal                  +17.9%

Nifty Pharma                +33.8%

Nifty PSU Bank             +33.2%

भारतीय शेयर बाजार के लिए कई चुनौतियां

भारतीय शेयर बाजार के लिए 2023 में घरेलू से ज्यादा ग्लोबल संकट का सामना करना पड़ा. इसमें अमेरिका में सबसे बड़ा बैंकिंग संकट, ऊंची ब्याज दरें,  कंज्यूमर सेंटीमेंट में गिरावट समेत मीडिल ईस्ट में पिछले 50 साल का सबसे बड़ा संकट और 2 युद्द शामिल रहे. घरेलू चुनौतियों में सबसे पहला नंबर अदानी ग्रुप के खिलाफ अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट रही, जिसने मार्केट का मूड बिगाड़ने का काम किया. 

चुनौतियों के बावजूद बुलिंदियों पर इंडियन मार्केट

तमाम चुनौतियों के बावजूद घरेलू स्टॉक मार्केट को रिटेल निवेशकों की बढ़ती भागीदारी का जबरदस्त सपोर्ट मिला. FIIs की बिकवाली के बावजूद घरेलू फंड्स ने जिम्मा संभला. अंत में विदेशी खरीदारी से तेजी लौटी और सेंसेक्स, निफ्टी समेत अन्य इंडेक्स ने नए ऑल टाइम हाई टच किए. सेंसेक्स पहली बार 72400 और निफ्टी 21800 के पार पहुंचा. साथ ही BSE पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंचा. इसके साथ ही दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में भारत पांचवें नंबर पर बन गया.