शेयर बाजार में नया ऑल टाइम हाई बना, निवेशकों पर पैसा बरसा और फिर मार्केट के गिरने की खबर आई. ऊपरी स्तरों से आई बिकवाली से सबसे ज्यादा मिडकैप और स्मॉलकैप सेक्टर टूटा. सेक्टरोल नजरिए से देखें तो इसमें रियल्टी, फार्मा, मेटल समेत ऑटो और अन्य भी शामिल हैं. डिफेंस, शिपिंग और रेलवे शेयरों में भी तगड़ी मुनाफावसूली हुई. 7 मार्च से 13 मार्च तक के आंकड़ों के मुताबिक निवेशकों को करीब 21 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. बाजार में जारी भारी बिकवाली की लीड मिड-स्मॉलकैप सेक्टर कर रहे. तो क्या मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में बंपर तेजी की गुब्बारा फूट गया है? 

मिडकैप सेक्टर में जारी है बिकवाली

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13 मार्च की तारीख को बाजार में भारी बिकवाली दर्ज की गई. अच्छे ग्लोबल संकेतों और महंगाई दर में आई गिरावट के बावजूद प्रमुख इंडेक्स 5-6 फीसदी तक टूट गए. 23 जनवरी 2024 के बाद पहली बार निफ़्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट दर्ज की गई. खास बात यह है कि इंडेक्स में पिछले 35 ट्रेडिंग सेशंस में से 25 सेशंस में गिरावट रही. 

मिडकैप स्टॉक्स की तेजी हुई फुस्स?

मिडकैप शेयरों में गिरावट को 8 फरवरी से अब तक के आंकड़ों पर नजर डाले तो ट्रेडर्स के पसंदीदा शेयरों को जैसे नजर लग गई है. Paytm, NHPC, IRFC, FACT जैसे शेयर 20 फीसदी से ज्यादा गिर गए. जबकि PB Fintech, APL Apollo Tubes, Tata Chemicals समेत अन्य में 16 फीसदी तक की मजबूती दर्ज की गई है. 

स्मॉलकैप सेक्टर का क्या है हाल?

मिडकैप के साथ स्मॉलकैप सेक्टर का भी हाल बुरा है. Nifty SmallCap 100 इंडेक्स 12 फरवरी 2024 के बाद सबसे बड़ी इंट्राडे गिरावट दर्ज की गई. इंडेक्स पिछले 22 ट्रेडिंग सेशंस में से 15 सेशन में नेगेटिव रहा. जबकि 8 फरवरी के रिकॉर्ड स्तर से स्मॉलकैप इंडेक्स 14% गिर चुका है. 

स्मॉलकैप शेयरों का हाल 

निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में शामिल शेयरों में IIFL Fin, SJVN, NBCC India जैसे ट्रेडर्स फ्रेंडली शेयर 8 फरवरी से अब तक करीब 35 फीसदी तक टूट गए हैं. जबकि Natco Pharma, KEC Int समेत Glenmark Pharma में 10 फीसदी तक की ही तेजी दर्ज की गई. 

निवेशकों को हुई भारी नुकसान 

शेयर बाजार में ऊपरी स्तरों से बिकवाली के चलते निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. केवल 4 कारोबारी सेशन में 21 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. BSE पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप घटकर 371.21 लाख करोड़ रुपए हो गया है, जोकि 7 मार्च को बाजार बंद होने के बाद 392.81 लाख करोड़ रुपए था. खास बात यह है कि इस दौरान पहली बार निफ्टी 22,526 और सेंसेक्स 74,245 का रिकॉर्ड स्तर भी टच किया, जोकि नया ऑल टाइम हाई भी है.