Sovereign Gold Bond Open Today: वित्त वर्ष 2021-22 के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGBs) की नई सीरीज आज सोमवार यानी 12 जुलाई  से सब्सक्रिप्सन के लिए खुल गई है. यह सीरीज 16 जुलाई 2021 तक निवेश के लिए खुली रहेगी. गोल्ड बांड के लिए इस बार सरकार ने इश्यू प्राइस 4807 रुपये प्रति ग्राम यानी 48070 रुपये प्रति 10 ग्राम तय किया है. वहीं, अगर ऑनलाइन गोल्ड बांड खरीदते हैं तो हर ग्राम पर 50 रुपये की छूट भी मिलेगी. ऑनलाइन इन्वेस्टर्स के लिए इश्यू प्राइस 4757 रुपये प्रति ग्राम यानी 47,570 रुपये प्रति 10 ग्राम होगा. यह एमसीएक्स पर सोने के मौजूदा भाव 47910 रुपये से कम है. सरकार सॉवरेन गोल्ड बांड की यह सीरीज तब लेकर आई है, जब सोना इस साल अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 8000 रुपये डिस्काउंट पर बिक रहा है. एक्सपर्ट मान रहे हैं कि सस्ता सोना खरीदने का अच्छा मौका है.

गोल्ड बॉन्ड: सोना खरीदने का बेस्ट विकल्प

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गोल्ड बॉन्ड का सबसे अट्रैक्टिव फीचर है कि इस पर सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज सरकार देती है. गोल्ड की कीमतों में तेजी के अलावा यह ब्याज भी जुड़ जाता है. अगर किसी वजह से सोने में कुछ कमजोरी आई तो 2.5 फीसदी के सालाना ब्याज से नुकसान कवर हो जाता है.

दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है कि गोल्ड बॉन्ड मेच्योरिटी पर यह टैक्स फ्री होता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) की मेच्योरिटी 8 साल की होती है. लेकिन 5 साल बाद अगले ब्याज भुगतान की तारीख पर बॉन्ड से निकल सकते हैं. गोल्ड बॉन्ड में एक्सपेंस रेश्यो नहीं होता है.

तीसरा बड़ा फायदा यह है कि यह भारत सरकार द्वारा समर्थित होता है, इसलिए इसमें डिफॉल्ट का खतरा नहीं होता है.

क्या गोल्ड में निवेश का सही है मौका

IIFL सिक्योरिटीज के VP (रिसर्च) अनुज गुप्ता का कहना है कि गोल्ड बॉन्ड में निवेश का सही समय है. मौजूदा समय में देखें तो सोने में तेजी का आउटलुक बन रहा है. अभी सोने की अच्छी डिमांड है. वहीं दुनियाभर के सेंट्रल बैंक भी सोने में खरीददारी पर जोर दे रहे हैं. सेंट्रल बैंक की खरीददारी से सोने में तेजी आएगी. सोने के रेट भी अभी नीचे आए हैं और यह आल टाइम हाई से 8000 रुपये डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है. गोल्ड बॉन्ड में आनलाइन निवेश से हर 10 ग्राम पर 500 रुपये की छूट भी मिलती है. डॉलर में वीकनेस का भी सपोर्ट सोने को मिलेगा. इसलिए यह सोने में निवेश का सही समय है.

लंबी अवधि के लिए अच्छा विकल्प

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में मेच्योरिटी तक होल्ड करने में कैपिटल गेंस टैक्स नहीं देना होता है. जबकि इक्विटी पर 10 फीसदी कैपिटल गेंस टैक्स लगता है. ऐसे में लंबी अवधि के निवेश विकल्पों में यह बेहतर साबित हो रहा है. गोल्ड बॉन्ड को मैनेज करना सुरक्षित और आसान होता है. इसमें शुद्धता को लेकर भी कोई परेशानी नहीं होती है.

कैसे और कहां से खरीद सकते हैं

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्त वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 400 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है. वहीं न्यूनतम निवेश 1 ग्राम का होना जरूरी है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में आवेदन के लिए PAN होना जरूरी है. गोल्ड बॉन्ड को ऑनलाइन खरीद सकते हैं. इसके अलावा इसकी बिक्री बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), चुनिंदा डाकघरों और एनएसई व बीएसई जैसे स्टॉक एक्सचेंज के जरिए भी होगी.