महीने की पहली तारीख नौकरीपेशा लोगों के लिए खास होती है, क्योंकि इस दिन उनके खाते में सैलरी क्रेडिट होती है. लेकिन क्या कल 1 फरवरी को शेयर बाजार से जुड़े लोगों को भी कोई तोहफा मिलने वाला है. इस बात का अनुमान इसलिए लगाया जा रहा है क्योंकि बजट से ठीक एक दिन पहले आज गुरुवार को सेंसेक्स में 665 अंकों की तेजी देखने को मिली.  इसी तरह निफ्टी में भी करीब 180 अंकों का उछाल दर्ज किया गया. तो क्या बाजार को कुछ अच्छे फैसलों की आहट लग गई है. वैसे कोई सरकार नहीं चाहेगी कि उसके आखिरी बजट को शेयर बाजार की सलामी न मिले. इसलिए पूरी उन्मीद है कि बजट शेयर बाजार के लिए सकारात्मक रहेगा.

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खत्म हो सकता है एलटीसीजी

बजट से पहले बाजार की सकारात्मक प्रतिक्रिया की सबसे बड़ी वजह इस उम्मीद से जुड़ी है कि सरकार इस बार लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स (LTCG) खत्म कर सकती है. जी बिजनेस के ट्विटर पेज पर एक पोल कराया गया था कि  क्या सरकार को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (#LTCG) टैक्स हटाना चाहिए? इस पोल पर 4610 लोगों ने अपनी राय दी और 90% लोगों का कहना था कि एलटीसीजी खत्म हो जाना चाहिए. बाजार के जानकारों का कहना है कि इस टैक्स की वजह से ही बाजार में तेजी का दौर खत्म हो गया. इस तरह ये टैक्स कैपिटल गेन की जगह कैपिटल लॉस की वजह बन गया.

 

क्या है एलटीसीजी

पिछले साल के बजट में सरकार ने एलटीसीजी टैक्स को लागू किया था.  इसके तहत एक साल या इससे अधिक समय के बाद शेयर बेचने पर यदि उससे एक लाख रुपये से अधिक मुनाफे होता है, तो उस पर 10% की दर से टैक्स लगेगा.

ग्रामीण मांग में तेजी की उम्मीद

चुनावी साल होने के कारण पूरी उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार गांव-किसान के लिए किसी बड़ी राहत की घोषणा बजट में कर सकती है. यदि ऐसा होता है तो ग्रामीण भारत में नकदी का प्रवाह बढ़ेगा. यानी गांवों में लोगों के पास खर्च करने के लिए अतिरिक्त पैसे होंगे और इससे रूरल डिमांड को बढ़ावा मिलेगा.

एफएमसीजी क्षेत्र की उम्मीदें

इसके अलावा ये उम्मीद भी है कि सरकार इनकम टैक्स स्लैब में राहत दे सकती है. इसे मीडिल क्लास के पास खर्च करने के लिए ज्यादा पैसे होंगे. इसके चलते एफएमसीजी, कंज्युमर ड्युरेबल्स और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्र में मांग बढ़ सकती है. माना जा रहा है कि इन्हीं वजहों से बाजार में गुरुवार को तेजड़िए हावी रहे और जोरदार तेजी देखने को मिली.