Rakesh Jhunjhunwala Portfolio Stock: शेयर बाजार के दिग्‍गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला की दिसंबर तिमाही की होल्डिंग्‍स पर लगातार अपडेट्स आ रहे हैं. शेयर बाजार के 'बिग बुल' राकेश झुनझुनवाला ने भी अक्‍टूबर से दिसंबर तिमाही में अपने पोर्टफोलियों में बदलाव किया है. राकेश झुनझुनवाला ने दिसंबर तिमाही में अपने पोर्टफोलियो के एक स्‍टॉक जुबिलेंट इंग्रेविया (Jubilant ingrevia) में अपनी हिस्‍सेदारी कम की है. हालांकि, कुछ समय पहले ब्रोकरेज फर्म ने शेयर पर अपना पॉजिटिव नजरिया दिया था.

लगातार दूसरी तिमाही में बेचे शेयर

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राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने जुबिलेंट इंग्रेविया (jubilant ingrevia share price) के 13 लाख शेयर बेच दिए हैं. कंपनी में अब उनकी हिस्सेदारी 0.81% कम हो गई है. BSE पर दिसंबर तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न फाइलिंग के मुताबिक, झुनझुनवाला ने 79.44 करोड़ रुपए के शेयर बेचे हैं. मंगलवार को जुबिलेंट इंग्रेविया का शेयर 3.3% की गिरावट के साथ 614 रुपए पर बंद हुआ था. इस बिक्री के साथ राकेश झुनझुनवाला के पास अब कंपनी में 458.9 करोड़ रुपए की शेयरहोल्डिंग है. यह लगातार दूसरी तिमाही है जब झुनझुनवाला ने जुबिलेंट इंग्रेविया में अपनी हिस्सेदारी कम की है. सितंबर 2021 की तिमाही में भी उन्होंने 12.1 लाख शेयर बेचे थे.

दिसंबर 2020 में लिस्ट हुई थी कंपनी

दिसंबर 2020 में जुबिलेंट लाइफसाइंस (Jubilant Lifescience) ने फार्मा और LSI (Life Science Ingredients) कारोबार को अलग किया था. उसके बाद कंपनी जुबिलेंट इंग्रेविया नाम से शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी. जुबिलेंट इंग्रेविया मुख्य तौर पर 3 सेगमेंट में काम करती है. स्पेशालिटी केमिकल्स, न्यूट्रिशन और हेल्थ सॉल्यूशन और लाइफ साइंस केमिकल्स में कंपनी की मजबूत बैकवर्ड इंटीग्रेशन के साथ बाजार में अच्छी पकड़ है.

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ब्रोकरेज फर्म ने जताया था भरोसा

HDFC Securities ने अपनी सितंबर रिपोर्ट में कहा था कि मजबूत मांग, अच्छी बाजार हिस्सेदारी, मध्यम अवधि में मजबूत कैपेक्स प्रोग्राम और नए उत्पादों शामिल करने, अच्छे बी/एस और दुनिया भर में कंपनियों में अपनाई गई चीन+ 1 नीति के कारण कंपनी पर पॉजिटिव हैं. जुबिलेंट को स्पेशालिटी केमिकल बिजनेस में मजबूत ग्रोथ और अपने एनिमल फूड में डावर्सिटी लाने और फार्मा और कॉस्मेटिक-ग्रेड विटामिन की तरफ बढ़ने से कंपनी को फायदा मिलेगा. अगले दो वर्षों में स्पेशल प्रोडक्ट्स की बिक्री बढ़ती है तो स्टॉक में तेजी देखने को मिलेगी और इसे खरीदा जा सकता है.