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SIP से म्‍यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत, आसान होगा रिस्‍क-रिटर्न समझना

SIP investment: म्‍यूचुअल फंड इन्‍वेस्‍टमेंट आज के समय में तेजी से पॉपुलर हो रहा निवेश ऑप्‍शन है. डिजिटाइजेशन के साथ-साथ म्‍यूचुअल फंड में निवेश करना काफी आसान हो गया.
Updated on: September 20, 2021, 12.42 PM IST
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छोटी रकम से कर सकते हैं शुरुआत 

अगर आपको म्‍यूचुअल फंड समझ नहीं आ रहा है, लेकिन आप इक्विटी मार्केट से मिलने वाले रिटर्न का फायदा भी चाहते हैं, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप SIP के जरिए निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. इसमें खासियत यह है कि महज 100 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. इसके जरिए आप निवेश की आदत, रिस्‍क और उस पर मिलने वाले रिटर्न का आकलन आसानी से जान और समझ सकते हैं. जैसेकि आपने अगर 1 साल तक मंथली 100-100 रुपये की एसआईपी की, तो आप अपने फंड के प्रदर्शन का एक अंदाजा लगा सकते हैं कि आपका निवेश कैसे काम कर रहा है.   

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रेग्‍युलर निवेश की पड़ती है आदत 

म्‍यूचुअल फंड में SIP के जरिए आपको रेग्‍युलेर सेविंग और इन्‍वेस्‍टमेंट की आदत पड़ती है. ऐसा इसलिए क्‍योंकि, आपको एक निश्चित अमाउंट एक तय तारीख पर जमा करनी होती है, इसलिए आप उसकी तैयारी पहले से कर लेते हैं. यानी, वो आपकी एक रेग्‍युलर आदत हो जाती है. 

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ऑटोमैटिक डिपॉजिट का ऑप्‍शन 

SIP के जरिए निवेश शुरू करना आसान इसलिए भी है,  क्‍योंकि इससे आपका बैंक अकाउंट आपके इन्‍वेस्‍टमेंट से लिंक्‍ड हो जाता है. इससे एक प्री-डिसाइडेड अमाउंट आपके अकाउंट से एक निर्धारित तारीख को ऑटोमैटिक कट जाती है. इससे आप एक अनुशासित निवेशक बनते हैं. 

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KYC प्रॉसेस की जानकारी 

म्‍यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले हमेशा निवेशक यह जानना चाहते हैं कि क्‍या-क्‍या डॉक्‍यूमेंट्स देना होगा. म्‍यूचुअल फंड में निवेश के लिए भी नो यार कस्‍टमर (KYC) प्रॉसेस पूरा करना होता है. इसमें आईडेंटिटी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ होना चाहिए. पैन और आधार की भी जरूरत पड़ेगी. 

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SIP Calculator से लगा सकते हैं अंदाजा 

SIP के जरिए निवेश शुरू करने से पहले आप SIP कैलकुलेटर की मदद से फंड की सालाना ग्रोथ और परफॉर्मेंस का अंदाजा लगा सकता हैं. जैसेकि, अगर किसी निवेशक ने किसी फंड में 5 साल पहले SIP शुरू की है, तो आज उसकी वैल्‍यू क्‍या है. फंड की सालाना ग्रोथ कैसी रही. इससे आपको पूरे म्‍यूचुअल फंड में निवेश का एक मैट्रिक्‍स भी समझ में आएगा.   

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क्‍या है SIP

SIP निवेश का एक सिस्‍टमेटिक तरीका है. इसमें निवेशक को सीधे बाजार के रिस्‍क का सामना नहीं करना पड़ता है. वहीं, रिटर्न भी ट्रेडिशनल प्रॉडक्‍ट से ज्‍यादा मिलता है. हालांकि, इसमें भी रिस्‍क रहता है. इसलिए निवेशक को अपनी इनकम, टारगेट और रिस्‍क प्रोफाइल देखकर निवेश का फैसला करना चाहिए.  (BPN फिनकैप के डायरेक्‍टर एके निगम से बातचीत पर आधारित)