Petrol Price outlook: देश के कई हिस्सों में पेट्रोल सेंचुरी (Petrol Price) लगा चुका है. लेकिन, अब भी नॉट आउट है. डीजल भी 100 के पार (Diesel Price) निकला है. ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) की अच्छी कमाई हो रही है. सरकार की भी जेब (Petrol Price) में अच्छा रेवेन्यू आ रहा है. लेकिन, सबसे ज्यादा बोझ आम आदमी की जेब पर है. सरकार का तर्क है कि ग्लोबल क्रूड ऑयल की कीमतों (Crude Oil Prices) के चलते पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol-Diesel Prices) बढ़ रहे हैं. निकट भविष्य में भी पेट्रोल-डीज़ल के दाम में कटौती के कोई आसार नहीं. ब्रोकरेज हाउस और एक्सपर्ट्स भी कह चुके हैं कि कच्चा तेल अभी सस्ता नहीं होगा. मतलब पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं रुकेंगे.

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1 जुलाई को तय होगा पेट्रोल-डीजल के दाम का भविष्य

1 जुलाई को OPEC+ देशों की बैठक होनी है. इस पर पूरी दुनिया की नजर रहेगी. कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंता है. वहीं, रूस क्रूड ऑयल की सप्लाई बढ़ाने के पक्ष में है. OPEC देशों की बैठक में अगस्त क्रूड ऑयल प्रोडक्शन पॉलिसी (Crude Oil Production) को लेकर फैसला होना है. बता दें, पिछळे एक साल में ब्रेंट क्रूड का भाव 26 डॉलर प्रति बैरल महंगा हो चुका है. जून 2020 में ब्रेंट क्रूड का भाव (Brent Crude Price) 40 डॉलर प्रति बैरल था, जो अब 76 डॉलर के आसपास ट्रेड कर रहा है. 

125 रुपए तक जा सकता है 1 लीटर पेट्रोल का भाव

ऑयल एक्सपर्ट अरविंद मिश्रा के मुताबिक, डॉलर की तुलना में इस वक्त रुपया (Dollar-Rupee) कमजोर है. लगातार गिरावट के चलते तेल खरीदने पर महंगा मिल रहा है. राजस्व पर दबाव है. वैक्सीनेशन प्रोग्राम (India Vaccination program) पर भी सरकार का खर्च हो रहा है. ऐसे में सरकार तेल की कीमतों में किसी तरह की राहत देगी, इसकी उम्मीद कम है. अगर OPEC+ देश उत्पादन बढ़ाने का फैसला करते हैं तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें (Petrol-Diesel Price news in Hindi) कम हो सकती हैं, लेकिन इसके आसार भी कम हैं. जिस तेजी से क्रूड भाग रहा है उससे दिसंबर तक पेट्रोल के दाम 125 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच सकते हैं.

एक्साइज ड्यूटी घटाने के पक्ष में नहीं सरकार

ONGC के पूर्व चेयरमैन, आर एस शर्मा के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों (Crude oil latest price) में तेजी जारी रहेगी. इसकी वजह से आने वाले दिनों में महंगाई बढ़ेगी. दरअसल, भारत में महंगे पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel Prices) से कई तरह के प्रोडक्ट्स के दाम में भी उछाल दिखेगा. खाने-पीने की चीजें भी महंगी होने के आसार हैं. वहीं, केंद्र सरकार का एक्साइज ड्यूटी (Excise duty on Petrol-Diesel) में राहत देने का फिलहाल कोई इरादा नहीं है. इसलिए आम आदमी को महंगाई के लिए तैयार रहना चाहिए.

100 डॉलर होगा क्रूड

हमारी सहयोगी वेबसाइट ज़ी न्यूज़ की खबर के मुताबिक, क्रूड ऑयल की कीमतों (Crude oil price in Hindi) में एकदम से तेजी आई है. सिर्फ जून महीने में कीमतें 76 डॉलर तक पहुंच गई हैं. Bank of America की एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 तक क्रूड का भाव 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएगा. दूसरे ब्रोकेरेज हाउस गोल्डमैन सैक्स का प्रोजेक्शन है कि ब्रेंट क्रूड दूसरी छमाही में 80 डॉलर प्रति बैरल तक जा कता है, जबकि CITI ने 2021 की चौथी तिमाही का लक्ष्य बढ़ाकर 85 डॉलर प्रति बैरल कर दिया है. 

ईरान-अमेरिका के बीच सहमति पर नजर

ईरान पर अमेरिका प्रतिबंधों से भी कच्चे तेल में तेजी है. अगर ईरान और अमेरिका के बीच न्यूक्लियर डील को लेकर कोई सहमति बनती है और अमेरिका प्रतिबंधों में ढील देता है तो ईरान सप्लाई को बढ़ा सकता है, लेकिन इसे लेकर दोनों देशों के बयान बिल्कुल अलग अलग है. इसलिए सप्लाई तुरंत बढ़ेगी इसे लेकर सवाल अब भी बना हुआ है. 

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