बीते साल 2019 में निवेशकों ने पब्लिक इश्यू से जमकर कमाई की थी. जो लोग बीते साल में आईपीओ से पैसा नहीं बना पाए, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है. बीते साल उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक, आईआरसीटीसी समेत 1 दर्जन से अधिक आईपीओ बाजार में लॉन्च हुए थे और ज्यादातर आईपीओ ने एक दिन में निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा दिया था.

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नए साल 2020 की बात करें तो इस साल भी कई बड़ी कंपनियों के आईपीओ बाजार में आ रहे हैं. एपीजे सुरेंद्र पार्क होटल्स (Apeejay Pvt Ltd) ने एक हजार करोड़ रुपये तक की पूंजी जुटाने के लिये बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के समक्ष मसौदा दस्तावेज दायर किया है. इस आईपीओ में 400 करोड़ रुपये तक के नये इश्यू तथा 600 करोड़ रुपये तक की बिक्री पेशकश शामिल होगी.

दस्तावेज के अनुसार, प्रवर्तकों की हिस्सेदारी बिक्री से 125.4 करोड़ रुपये, एपीजे प्राइवेट लिमिटेड के शेयरों की बिक्री से 354.9 करोड़ रुपये, एपीजे हाउस प्राइवेट लिमिटेड के शेयरों से 84.7 करोड़ रुपये और निवेशकों की हिस्सेदारी से 34.9 करोड़ रुपये जुटाये जायेंगे.

कंपनी इस राशि का इस्तेमाल कुछ कर्ज की किस्तें चुकाने तथा सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिये करेगी.

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आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities), एक्सिस कैपिटल (Axis Capital) और जेएम फाइनेंशियल इस आईपीओ के प्रबंधक होंगे. कंपनी के शेयरों को बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध कराने का प्रस्ताव है.

UTI का आईपीओ

देश का सबसे पुराना फंड हाउस UTI ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) अपना आईपीओ लॉन्च करने जा रहा है. इसके मौजूदा शेरधारकों ने IPO में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. इसके लिए यूटीआई ने सेबी पास अपने दस्तावेज जमा कर दिए हैं. बताया जा रहा है कि अगले 6 महीनों में यूटीआई अपना पब्लिक इश्यू लॉन्च कर देगा. इस पब्लिक इश्यू का साइज 2,500 से 3,000 करोड़ रुपये तक हो सकता है.

Mazagon Dock का पब्लिक इश्यू

पनडुब्बी, युद्धपोत और जहाज बनाने वाली सबसे बड़ी सरकारी कंपनी Mazagon Dock Shipbuilders जल्द ही अपना आईपीओ लाने जा रही है. मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने के लिए बाजार नियामक सेबी की मंजूरी मिल गई है. सरकार आईपीओ माध्यम से मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स में अपने 2.8 करोड़ शेयर बेचेगी. मझगांव देश में समुद्री जहाज बनाने वाली बड़ी कंपनियों में शामिल है. यह देश की रणनीतिक जरूरतों को पूरा करती है.