BSE New Rule: शेयर बाजार में आज यानी 1 नवंबर से नया बदलाव हुआ है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE ने बुधवार से इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट पर ट्रांजेक्शन चार्ज बढ़ा दिया है. नया बदलाव S&P BSE सेंसेक्स ऑप्शंस पर खासकर तत्काल एक्सपायरी कॉन्ट्रैक्ट पर लगाए जाएंगे. नए नियम का सीधा असर ट्रेडर्स पर सीधे तौर पर लगेगा. बता दें कि ट्रांजेक्शन चार्जेज में हुआ यह बदलाव केवल S&P BSE सेंसेक्स ऑप्शंस के लिए ही है. अन्य इक्विटी डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट में ट्रांजेक्शन चार्ज को लेकर कोई बदलाव नहीं किया गया है.  

ट्रांजेक्शन चार्ज में कितना हुआ बदलाव?

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BSE सेंसेक्स ऑप्शंस के लिए ट्रांजेक्शन चार्ज के तहत 3 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर के लिए अब चार्ज 500 रुपए प्रति करोड़ होगा. वहीं, 3 करोड़ रुपए से ज्यादा और 100 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर के लिए 3750 रुपए प्रति करोड़ चार्ज फिक्स किया गया है. नए बदलाव के तहत इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में 100 करोड़-750 करोड़ तक के टर्नओवर पर 3,500 रुपए प्रति करोड़ चार्ज किया जाएगा.

नए बदवाल को लेकर अक्टूबर में दी थी जानकारी

साथ ही 750 करोड़ से 1,500 करोड़ रुपए से ज्यादा टर्नओवर वाले ट्रांजेक्शन पर 3,000 रुपए प्रति करोड़, 1500 करोड़ रुपए से 2,000 रुपए करोड़ के लिए 2,500 रुपए प्रति करोड़ और 2,000 करोड़ से ज्यादा के टर्नओवर पर 2,000 रुपए रुपए प्रति करोड़ चार्ज होगा. बता दें कि नया ट्रांजैक्शन चार्ज स्ट्रक्चर इंक्रीमेंटल बिल योग्य मासिक टर्नओवर (प्रीमियम मूल्य) पर बेस्ड है. इक्विटी सेगमेंट पर ट्रांजेक्शन चार्ज में होने जा रहे बदलाव को लेकर एक्सचेंज ने अक्टूबर में जानकारी दी थी, जिसे 1 नवंबर लागू किया जा रहा है.