कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) की चपेट में पूरी दुनिया है. दुनियाभर के बाजार ठप पड़े हैं, उद्योग-धंधे चौपट हो गए हैं. भारत समेत दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन (Lockdown) के चलते घरेलू गैस, पेट्रोल-डीजल और बिजली की मांग काफी घटी है. मांग में कटौती होने से इन चीजों के दाम गिर सकते हैं. 

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1 अप्रैल को घरेलू गैस की नई कीमतों की घोषणा की जाएगी. जानकार बताते हैं कि आम आदमी को घरेलू गैस की कीमतों (gas prices) में बड़ी राहत मिल सकती है. गैस के दामों में 20-25 फीसदी की कटौती की उम्मीद की जा रही है.

बता दें कि मांग कम होने से कच्चा तेल (Crude Oil) 17 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है. अमेरिका में वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 5.3 प्रतिशत गिरकर 20 डॉलर प्रति बैरल पर और अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 6.5 प्रतिशत गिरकर 23 डॉलर पर आ गया. कच्चे तेल के दाम गिरने का सीधा असर पेट्रोलियम पदार्थ जैसे- गैस पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर देखने को मिलेगा. 

 

हर 6 महीने में गैस की कीमतों की समीक्षा होती है और फिर नए दाम जारी किए जाते हैं. गैस के दाम पिछले दो सालों से लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन इस बार बड़ी कटौती की बात कही जा रही है. मार्केट एक्सपर्ट मान रहे हैं कि घरेलू गैस के दाम (Domestic gas prices) 3.23 डॉलर से घटकर 2.48 डॉलर/यूनिट पर आ सकते हैं.

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घरेलू गैस के दाम कम होने से सबसे ज्यादा नुकसान ओएनजीसी, ऑयल इंडिया, रिलायंस, गेल, वेदांता जैसी कंपनियों को नुकसान होगा.

घरेलू गैस बाजार पर एक नजर-

- घरेलू गैस के दाम हर 6 महीने में जारी होते हैं.

- 1 अप्रैल को जारी किए जाएंगे नए दाम.

- तीन साल के निचले स्तर पर आ सकती हैं गैस कीमतें.

- गैस की कीमतें 3.23 डॉलर से घटकर 2.48 डॉलर/यूनिट पर आ सकती हैं.

- किमतों में 6 साल की सबसे बड़ी कटौती का अनुमान.

- अक्टूबर 2019 में दो साल बाद कीमतें घटी थीं.

- इससे पहले लगातार 4 बार कीमतों में इजाफा.

- 1 नवंबर, 2014 से गैस प्राइज फार्मूला लागू हुआ था.

- 1 अक्टूबर, 2016 में गैस की कीमत 2.5 डॉलर/यूनिट थी.

- 1 अप्रैल, 2017 में गैस की कीमत 2.48 डॉलर/यूनिट थी.

- 1 अक्टूबर, 2017 में गैस के दाम 2.89 डॉलर/यूनिट थे.

- 1 अक्टूबर 2019 में कीमतें 3.23 डॉलर/ यूनिट पर पहुंच गई.