Paytm के शेयरों में आज कुछ तेजी देखने को मिल रही है. आज के शुरूआती कारोबार में शेयर करीब 3 फीसदी बढ़त के साथ 1080 रुपये के भाव पर पहुंच गया. हालांकि बाद में ऊपरी स्तरों से इसमें कुछ गिरावट आई. शेयर गुरूवार को 1032 रुपये पर बंद हुआ था. कंपनी के शेयरों में लिस्टिंग के बाद से ही दबाव देखने को मिला है. इसमें लगातार कमजोरी आई है. शेयर में अगर कुछ रैली आई भी तो इसमें मुनाफवसूली देखने को मिली. बाजार में लिस्ट होने के बाद से यह कभी भी अपने इश्यू प्राइस पर नहीं पहुंच पाया है. एक्सपर्ट का कहना है कि रीजनेबल वैल्युएशन न होने, बिग इश्यू साइज और इंडस्ट्री में बढ़ रही चुनौतियां Paytm के लिए कंसर्न है. कुछ और भी अनिश्चितताएं है. एक्सपर्ट ने इश्यू प्राइस से 50 फीसदी गिरावट के बाद भी शेयर से दूर रहने की सलाह दी है. 

इश्यू प्राइस से 52% डिस्काउंट पर शेयर

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Paytm के स्टॉक की 18 नवंबर 2021 शेयर बाजार में कमजोर लिस्टिंग हुई. इश्यू प्राइस 2150 रुपये रखा गया था. जबकि गुरूवार को शेयर 1032 रुपये के भाव पर बंद हुआ था. यनी यह शेयर अपने इश्यू प्राइस की तुलना में 1118 रुपये या करीब 52 फीसदी कमजोर हो चुका है. Paytm के स्टॉक की लिस्टिंग भी कमजोर रही और यह लिस्डिंग डे पर इश्यू प्राइस से 27 फीसदी टूटकर 1560 रुपये पर बंद हुआ था. शेयर के लिए 1 साल का हाई 1955 रुपये है. यानी यह लिस्ट होने के बाद से कभी भी अपने इश्यू प्राइस पर नहीं पहुंच सका.

वैल्युएशन रीजनेबल नहीं

Swastika Investmart के रिसर्च हेड संतोष मीना का कहना है कि Paytm का वैल्युएशन रीजनेबल नहीं दिख रहा है. वहीं इसका बड़ा इश्यू साइज और इंडस्ट्री की चुनैतियां भी कंसर्न है. पेमेंट इंडस्ट्री में कई प्लेटफॉर्म आ चुके हैं. इससे कंपनी का वॉलेट बिजनेस प्रभावित हुआ है. कंपनी के ईकॉमर्स बिजनेस में भी खास ग्रोथ देखने को नहीं मिली है. किसी भी बिजनेस में कोई स्पष्ट नेतृत्व नहीं है, हालांकि यह फाइनेंशियल प्रोडक्ट के लिए खुद को ब्रोकर के तौर पर आगे बढ़ा सकता है. हाल ही में, IRDA ने कंपनी के बीमा व्यवसाय में कंपनी के प्रवेश को रिजेक्ट कर दिया था और यह कंपनी के बैंकिंग लाइसेंस पाने की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है.

कंपनी कब आएगी मुनाफे में 

संतोष मीना का कहना है कि हाल ही में Paytm के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने कंपनी की तुलना Bajaj Finance और HDFC Bank से की थी. उनका कहना था कि कंपनी ने पिछले 3 साल में Bajaj Finance से ज्यादा लोन दिए हैं. लेकिन ​सच्चाई यह है कि Bajaj Finance और HDFC Bank का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद शानदार है. जबकि Paytm अभी भी घाटे में चल रही है. कंपनी को कब मुनाफा आएगा, इसे लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है. वैल्युएशन की बात करें तो Paytm अपने रेवेन्यू की तुलना में 25 के मल्टीपल पर ट्रेड कर रहा है. जबकि Bajaj Finserv 4.5 के मल्टीपल पर ट्रेड कर रहा है. इसलिए भले ही शेयर अपने इश्यू प्राइस से 50 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है, इससे दूर रहने की सलाह है.

तिमाही नंबर्स बेहतर  

फिनटेक कंपनी Paytm ने अपने तिमाही नंबर्स अपडेट किए हैं जो मजबूत रहे हैं. दिसंबर तिमही में कंपनी ने करीब 44 लाख नए लोन बांटे हैं. कंपनी के प्लेटफॉर्म से लोन डिस्बर्समेंट में सलाना आधार पर 5 गुना का उछाल आया है. यह करीब 400 फीसदी बढ़कर 2180 करोड़ रुपये रहा है. सालाना आधार पर MTU (मंथली ट्रांजेक्टिंग यूजर्स) 37 फीसदी बढ़कर 6.4 करोड़ रहे हैं. दिसंबर तिमाही में 20 लाख POS+ Sound Box डिवाइसेस लगाए हैं, जबकि POS+ Sound Box 6 लाख के मुकाबले 20 लाख लगाए. कंपनी के मुताबिक वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में कंपनी का GMV एक साल पहले की समान तिमही की तुलना में 123 फीसदी बढ़कर 250100 करोड़ रुपये रहा है. 30 जून 2021 तक कुल 9 लाख मर्चेंट बेस था, जो 30 सितंबर 2021 तक बढ़कर 13 लाख हो गया है.

(Disclaimer: यहां शेयर में निवेश को लेकर सलाह मार्केट एक्सपर्ट के द्वारा दी गई है. यह जी बिजनेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर एक्सपर्ट की राय लें.)