SEBI Chairperson On SME IPO: मौजूदा समय में बाजार में कई कंपनियां अपने आईपीओ लेकर आ रही हैं. इसमें एक मैन बोर्ड और दूसरा एसएमई सेगमेंट शामिल है. मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने एसएमई सेगमेंट (SME Segment) के आईपीओ को लेकर एक बड़ी बात कही है. सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच (Madhavi Puri Buch) ने कहा कि हमें ऐसे संकेत मिले हैं कि एसएमई सेगमेंट के तहत इश्यू होने वाले आईपीओ के प्राइस के साथ छेड़छाड़ हो रही है. माधवी पुरी बुच ने कहा कि SME IPOs पर अतिरिक्त डिस्क्लोजर पर विचार करने की जरूरत है. 

ऑफर में प्राइस बदलाव का पैटर्न

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माधवी पुरी बुच ने आगे कहा कि हमने ऐसा देखा है कि SME IPOs के ऑफर में प्राइस बदलाव का पैटर्न दिखा है. ऐसे में SME के IPOs, ट्रेडिंग के वक्त और डिस्क्लोजर पर विचार करना जरूरी है. बता दें कि हाल ही के दिनों में बाजार में कई कंपनियों के आईपीओ आए थे. 

उन्होंने आगे कहा कि हेरफेर का सुझाव देने वाले पैटर्न की पहचान करने की तकनीक के अलावा, नियामक को बाजार सहभागियों से यह भी फीडबैक मिला है कि इस तरह की धोखाधड़ी वाली गतिविधि की पहचान कैसे की जा सकती है और उनसे कैसे निपटा जा सकता है. 

म्यूचुअल फंड कंपनियों को दिए निर्देश

इसके अलावा माधवी पुरी बुच ने म्यूचुअल फंड्स कंपनियों को निर्देश दिया है कि MFs को 15 मार्च से स्मॉल-मिडकैप फंड्स का स्ट्रेस टेस्ट रिजल्ट डिस्क्लोज करना होगा. इसके अलावा SEBI ने म्यूचुअल फंड ट्रस्टी को अपनी गड़बड़ियों को खुद की नीतियों के जरिए सुलझाने का सुझाव दिया है. 

ऑप्शनल T+0 सेटलमेंट की होगी शुरुआत

माधवी पुरी बुच ने कहा कि मार्च के अंत तक सेबी ऑप्शनल T+0 सेटलमेंट की भी शुरुआत कर सकती है. इससे निवेशकों को उनके ट्रेड समान दिन ही सेटल करने का फायदा मिलेगा. बता दें कि 2023 शुरू होने के बाद से निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 58 फीसदी और मिडकैप 100 में 54 फीसदी की बढ़त हासिल कर चुके हैं.