IPO : चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीने में 12 कंपनियों ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिये 27,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं. बाकी बचे साल के लिए आईपीओ की पाइपलाइन काफी मजबूत है. पीटीआई की खबर के मुकाबले, इसके अलावा चार दूसरी कंपनियों- देवयानी इंटरनेशनल, विंडलास बायोटेक, कृष्णा डायग्नॉस्टिक्स तथा एक्सारो टाइल्स के आईपीओ 4 अगस्त को खुलने जा रहे हैं. सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के इक्विटी प्रमुख हेमांग कपासी ने कहा कि बाकी साल में करीब 40 आईपीओ (IPO) आ सकते हैं. इनसे 70,000 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है.

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वित्त वर्ष के दौरान निवेशक व्यस्त रहेंगे

खबर के मुताबिक, साथ ही बड़ी संख्या में खुदरा निवेशकों से जुड़े ब्रांड शेयर बाजारों में लिस्टेड होंगे. इन्वेस्ट19 के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) कुशलेन्द्र सिंह सेंगर ने कहा कि पेटीएम, मोबिक्विक, पॉलिसी बाजार, कारट्रेड टेक, दिल्लीवेरी और नायका के आईपीओ की वजह से वित्त वर्ष के दौरान निवेशक व्यस्त रहेंगे. उन्होंने कहा कि शेयर बाजारों में जबर्दस्त तेजी की वजह से कंपनियां आईपीओ रूट से धन जुटाने को प्राथमिकता दे रही हैं.

कंपनियां ऊंचे मूल्यांकन पर अपनी हिस्सेदारी बेच रहीं

सेंगर ने कहा कि कंपनियां ऊंचे मूल्यांकन पर अपनी हिस्सेदारी बेच रही हैं. इस वजह से प्रमोटर भी भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास आईपीओ (Initial Public Offering) के लिए शुरुआती दस्तावेज जमा करा रहे हैं. आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों अप्रैल-जुलाई के दौरान 12 कंपनियों ने आईपीओ के जरिये 27,052 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसके अलावा पावर ग्रिड कॉरपोरेशन द्वारा प्रायोजित पावर ग्रिड इनविट ने आईपीओ मार्ग से 7,735 करोड़ रुपये जुटाए हैं.

पिछले वित्त वर्ष में आईपीओ से 31,277 करोड़ रुपये जुटाए थे

इससे पहले 2020-21 के पूरे वित्त वर्ष में 30 कंपनियों ने आईपीओ से 31,277 करोड़ रुपये जुटाए थे. वित्त वर्ष 2019-20 में 13 कंपनियों ने आईपीओ से 20,352 करोड़ रुपये जुटाए थे. वहीं 2018-19 में 14 कंपनियों ने आईपीओ से 14,719 करोड़ रुपये जुटाए थे. वित्त वर्ष 2017-18 में 45 आईपीओ के जरिये कुल 82,109 करोड़ रुपये जुटाए गए थे.

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