म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) निवेश का एक बेहत जरिया है. लेकिन MF में निवेश सोच-समझकर करना चाहिए. सही फंड चुन कर आप मनचाहा रिटर्न पा सकते हैं. इसके लिए जरूरी है की आप पहले अपना लक्ष्य तय करें फिर उसके हिसाब से निवेश करें. दूसरों की देख कर निवेश करने से बचना चाहिए. हर व्यक्ति की जरूरत के मुताबिक निवेश के तमाम फंड्स यहां मौजूद हैं. निवेशकों के सामने निवेश से जुड़ी तमाम समस्याएं और सवाल आते रहते हैं. म्यूचुअल फंड हेल्पलाइन में मार्केट एक्सपर्ट की मदद से ऐसी ही कुछ समस्याओं का हल करने का प्रयास किया जाता है, निवेशकों के सवालों के जवाब बहुत ही सरल और सहज भाषा में दिए जाते हैं.

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निवेश से पहले लक्ष्य बनाएं

अगर आपने म्यूचुअल फंड में निवेश का फैसला कर लिया है तो फंड चुनने से पहले खुद से कुछ सवाल पूछें. आप निवेश क्यों कर रहे हैं. कितने समय के लिए आप निवेश करना चाहते हैं. निवेश में आप कितना जोखिम उठा सकते हैं.

निवेश से पहले करें होमवर्क

निवेश से पहले आप अपने सवालों के जवाब खोजें. सिर्फ दूसरों के कहने पर कोई फंड न लें. अपने स्तर पर फंड को लेकर रिसर्च करें. फंड का रिटर्न, फंड मैनेजर कौन है जैसी जानकारी जुटाएं. आपके जरूरतों के मुताबिक सही फंड चुनें. फंड का चुनाव करते वक्त जोखिम क्षमता भी ध्यान रखें. आप कितना जोखिम उठा सकते हैं, इसका हिसाब लगाएं. कम जोखिम क्षमता है तो कम जोखिम वाले फंड चुनना सही. लंबी अवधि के लिए इक्विटी में निवेश कर सकते हैं. छोटी अवधि में डेट फंड चुनना होगा समझदारी. जोखिम क्षमता के मुताबिक ही फंड का चुनाव करें.

रेटिंग देखकर फंड न चुनें

हर म्यूचु्अल फंड को लेकर ऑनलाइन जानकारी मौजूद है. फंड का प्रदर्शन और अन्य जानकारी भी ऑनलाइन मिल जाती हैं. सिर्फ स्टार रेटिंग और रिटर्न देखकर फंड न चुनें. पिछले रिटर्न के साथ ही अन्य चीजों पर भी ध्यान दें. AMC, बेंचमार्क, अल्फा-बीटा जैसे फैक्टर देखना अहम होता है.

ओवर-डायवर्सिफिकेशन से बचें

पोर्टफोलियो में अच्छे और बेहतर फंड रखना जरूरी है. लेकिन पोर्टफोलियो को ओवर-डायवर्सिफाई करने से बचें. ओवर-डायवर्सिफिकेशन का असर आपके रिटर्न पर पड़ता है. ओवर-डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो मैनेज करना मुश्किल होता है.

म्यूचुअल फंड में निवेश के ये हैं फायदे

म्यूचुअल फंड में निवेश में जोखिम विविधता मिलती है. छोटी-छोटी अवधि से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड में विशेषज्ञों की राय भी मिलती है. लक्ष्य के मुताबिक कहीं भी निवेश कर सकते हैं. एकमुश्त और SIP निवेश भी कर सकते हैं.

इतनी तरह के हैं म्यूचुअल फंड

  • इक्विटी(लार्ज कैप, स्मॉल कैप, मल्टी कैप, मिड कैप)
  • डेट फंड्स(क्रेडिट रिस्क, लिक्विड, मनी मार्केट)
  • हाइब्रिड फंड्स
  • इंडेक्स फंड्स
  • सेक्टर/थिमैटिक फंड्स
  • ELSS फंड्स

एक्सपर्ट की राय करेगी मदद

बाजार के उतार-चढ़ाव की सभी को जानकारी नहीं. वित्तीय जोखिम कम करने के लिए सलाहकार जरूरी है. जैसे डॉक्टर, वकील जरूरी, वैसे ही सलाहकार भी जरूरी हैं. निवेश सलाहकार सही जगह निवेश करने में करेगा मदद करते हैं.

 

कुछ निवेशकों के सवाल और एक्सपर्ट के जवाब

 

शंख सेन का सवाल 

  • मेरी उम्र- 37 साल है 
  • म्यूचुअल फंड में `20,000 की SIP जारी
  • 11 साल बाद बेटे की पढ़ाई के लिए `40 लाख चाहिए
  • 23 साल बाद रिटायरमेंट के लिए `3.5-4 करोड़ चाहिए  
  • मौजूदा फंड से क्या 11-12% रिटर्न मिल जाएगा?
  • PPF, EPF में भी निवेश जारी
  • क्या मुझे Kotak Standard Multicap में निवेश जारी रखना चाहिए?

 

शंख सेन का पोर्टफोलियो

  • SBI Focused Equity Fund
  • Parag Parikh LTE Fund
  • Kotak Standard Multicap Fund
  • SBI Small Cap Fund
  • Mirae Asset Midcap Fund
  • ABSL Money Manager Fund
  • Franklin India ultra-short bond Fund

शंख सेन को सलाह

  • आपके चुने हुए फंड अच्छे हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा फंड
  • लक्ष्यों के लिए निवेश बढ़ाने की जरूरत
  • Kotak Standard Multicap में निवेश रोकने की सलाह
  • SBI Focused Equity Fund में भी निवेश रोकें