2020 में सोने (Gold return) ने 25% का रिटर्न दिया है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की 2020 गोल्ड डिमांड ट्रेंड रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में 2019 में 690.4 टन की गोल्ड डिमांड थी. अगर आप चूक गए हैं तो 1 से 5 फरवरी के बीच अच्‍छा मौका है. Sovereign Gold bond की किस्त 1 फरवरी 2021 से आ गई है. इसमें आप 5 फरवरी तक निवेश कर सकेंगे.

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11वीं सीरीज में गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू प्राइस 4912 रुपये प्रति ग्राम यानी 49120 रुपये प्रति 10 ग्राम तय है. अगर ऑनलाइन लेते हैं तो 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट भी मिलेगी. ऑनलाइन इन्वेस्टर्स के लिए इश्यू प्राइस 4862 रुपये प्रति ग्राम या 48620 रुपये प्रति 10 ग्राम होगा. सरकार सॉवरेन गोल्ड बांड की यह सीरीज तब लेकर आई है, जब सोना अपने उच्चतम स्तर से करीब 7000 रुपये कम कीमत पर मिल रहा है. शुक्रवार को सोना 49100 रुपये पर बंद हुआ था.

Series 10 के गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू प्राइस 5104 रुपये प्रति ग्राम था. यह इश्यू 11 जनवरी से 15 जनवरी तक खुला था. RBI के मुताबिक बॉन्ड का नॉमिनल वैल्यू 4912 रुपये तय है. बॉन्ड का मूल्य इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन लिमिडेट (IBJA) द्वारा दी गई 27 से 29 जनवरी के बीच 999 शुद्धता वाले गोल्ड के औसत क्लोजिंग प्राइस के आधार पर तय है. इस सीरीज में सोना पिछली सीरीज के मुकाबले आपको सस्ता मिल रहा है.

8 साल के लिए Gold Bond

ये Gold bond 8 साल के लिए जारी किए जाते हैं और 5 साल के बाद इससे बाहर निकलने का विकल्प भी होता है. आवेदन कम से कम 1 ग्राम और उसके मल्‍टीपल में जारी होते हैं.

बजट में क्‍या हुआ सस्‍ता-महंगा

4 किलो तक खरीद सकते हैं Gold

निवेशक न्यूनतमम 1 ग्राम और ज्‍यादा से ज्‍यादा 4 किलो तक के लिए निवेश कर सकता है. हिन्दू अविभाजित परिवार (HUF) के लिए 4 किलो और ट्रस्ट आदि के लिए किसी 1 कारोबारी साल में ज्‍यादा से ज्‍यादा 20 किलो तक निवेश की इजाजत है.

Sovereign गोल्ड बॉन्ड स्कीम की खास बातें

नवंबर 2015 में इस योजना की शुरुआत हुई थी. इससे फिजिकल गोल्ड की मांग में कमी लाने और सोने की खरीद में इस्‍तेमाल होने वाली घरेलू बचत का इस्तेमाल वित्तीय बचत में करना है.

घर में सोना खरीद कर रखने के बजाए अगर आप Sovereign गोल्‍ड बॉन्‍ड में निवेश करते हैं, तो आप टैक्‍स भी बचा सकते हैं.

500 gram Gold buying

Sovereign गोल्ड बॉन्ड स्कीम के निवेश करने वाला व्यक्ति एक कारोबारी साल में अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है. वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है. कोई भी व्यक्ति या HUF एक कारोबारी साल में अधिकतम 4 किलो ग्राम सोने का बान्ड खरीद सकता है. कुल मिलाकर व्यक्तिगत तौर पर बॉन्ड खरीदने की सीमा 4 किलो है. ट्रस्ट या संगठन के लिए 20 किलोग्राम तय की गई है. इस योजना की मैच्‍योरिटी मियाद 8 साल है. अगर फिर भी बॉन्ड बेचना चाहते हैं तो कम से कम 5 साल का इंतजार करना होगा. इस स्कीम में निवेश करने पर आप टैक्स बचा सकते हैं. स्कीम के तहत निवेश पर 2.5 फीसदी का सालाना ब्याज मिलेगा.

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