Gold ETFs Investment: फेस्टिव सीजन की डिमांड के चलते अक्‍टूबर में गोल्‍ड ईटीएफ (ETFs) को सपोर्ट मिला. निवेशकों को भरोसा कायम रहा और गोल्‍ड ईटीएफ स्‍कीम्‍स में 303 करोड़ रुपये का इनफ्लो हुआ. एसोसिएशन ऑफ म्‍यूचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) ने गुरुवार को यह आंकड़े जारी किए. आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर में 446 करोड़ का निवेश आया था. जबकि इससे पहले इस सेगमेंट का इनफ्लो महज 24 करोड़ था. 

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LXME के फाउंडर प्रीति राठी गुप्‍ता का कहना है कि अक्‍टूबर के दौरान गोल्‍ड ईटीएफ में इच्‍छा इनफ्लो रहा. करीब  303 करोड़ रुपये का निवेश इस सेगमेंट में आया. जैसेकि अनुमान था, त्‍योहारी सीजन में यह एसेट क्‍लास डिमांड में रहा. इस साल धनतेरस पर गोल्‍ड की बिक्री 50 टन रही, जोकि 2019 के धनतेरस के मुकाबले करीब 20 टन ज्‍यादा थी. 

पोर्टफोलियो में गोल्‍ड है पसंद 

मॉर्निंगस्‍टार इंडिया के एसोसिएट डायरेक्‍टर एंड मैनेजर रिसर्च हिमांशु श्रीवास्‍तव का कहना है कि अक्‍टूबर के त्‍योहारी महीना होने के चलते निवेशकों ने हो सकता है कि फिजिकल गोल्‍ड में खरीदारी को तरजीह दी हो. सितंबर के मुकाबले अक्‍टूबर में गोल्‍ड ईटीएफ में इनफ्लो कम होने की एक वजह गोल्‍ड की कीमतों में आया उछाल भी हो सकता है. इसकी एक वजह निवेशकों का इक्विटी मार्केट पर फोकस बढ़ना भी हो सकता है, क्‍योंकि मार्केट ऑल टाइम हाई पर ट्रेड कर रहा था. इन सभी वजहों के बावजूद अक्‍टूबर में गोल्‍ड ईटीएफ में इनफ्लो वाजिब हुआ. इससे संकेत मिलते हैं कि निवेशक सोने को अपने इन्‍वेस्‍टमेंट पोर्टफोलियो में पसंद कर रहे हैं. 

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2021 में अबतक 3,828 करोड़ का नेट इनफ्लो

एम्‍फी के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अब तक गोल्‍ड ईटीएफ कैटेगरी में नेट इनफ्लो 3,818 करोड़ रुपये का रहा है. इस दौरान सिर्फ एक बार जुलाई महीने में करीब 61.5 करोड़ रुपये का नेट आउटफ्लो हुआ था. यानी, निवेशकों ने पैसे निकाले थे. इस कैटेगरी में फोलियो की बात करें तो अक्‍टूबर में 8 फीसदी बढ़कर 26.6 लाख हो गया. सितंबर में यह 24.6 लाख रुपये था. इस साल अबतक फोलियो की संख्‍या में करीब 200 फीसदी का उछाल आ चुका है. आंकड़ों के मुताबिक, अक्‍टूबर के आखिर में गोल्‍ड ईटीएफ का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) 17,320 करोड़ रुपये कर रहा. सितंबर अंत तक यह 16,337 करोड़ रुपये था.