भारत में सोने की उपभोक्ता मांग (Gold demand in India) चालू कैलेंडर साल की तीसरी तिमाही में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर 35.8 प्रतिशत बढ़कर 86.6 टन पर पहुंच गई है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट के मुताबिक इसमें सोने के आभूषण (Gold Jewellery), छड़ (Gold rods) और सिक्के (Gold Coins) शामिल हैं. हालांकि, सालाना आधार पर सोने की उपभोक्ता मांग अभी काफी पीछे है. 

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लेकिन इस बार तीसरी तिमाही की मांग पिछले साल से 30.1 प्रतिशत कम रही. रिपोर्ट के मुताबिक चालू कैलेंडर वर्ष के पहले 9 माह में सोने की उपभोक्ता डिमांड 49.2 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है. 

रिपोर्ट में कहा गया है कि तीसरी तिमाही में शुद्ध स्वर्ण आयात में पिछली तिमाही की तुलना में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. देश में सोने की कुल आपूर्ति में इसका हिस्सा 85 से 90 प्रतिशत रहता है. इससे पिछली तिमाही में शुद्ध सर्राफा आयात में भारी गिरावट आई थी. 

रिपोर्ट में कहा गया है कि सालाना आधार पर तीसरी तिमाही में आभूषणों की मांग 48 प्रतिशत घटकर 52.8 टन रह गई. कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन, सोने की कीमतों में उछाल और पीली धातु को खरीदने के लिए शुभ समय नहीं होने के कारण ज्‍वेलरी मांग में गिरावट आई है. हालांकि, तिमाही-दर-तिमाही आधार पर जुलाई-सितंबर की तिमाही में आभूषणों की मांग 20 प्रतिशत बढ़ी है. 

एक तरफ जहां सालाना आधार पर आभूषणों की मांग घटी है, वहीं सोने की छड़ अैर सिक्कों की मांग में तिमाही के दौरान अच्छा सुधार देखने को मिला. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने कहा कि सोने की कीमतों (Gold price today) में उछाल के बीच ग्राहक सोने की छड़ और सिक्के में निवेश को आकर्षक मानते हैं. 

रिपोर्ट कहती है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की स्थिति काफी बेहतर है जिसके चलते छड़ें और सिक्कों की मांग शहरी क्षेत्रों से बाहर बढ़ी है. देश की कुल सोने की मांग में ग्रामीण क्षेत्र का हिस्सा 60 प्रतिशत बैठता है. 

रिपोर्ट के मुताबिक तीसरी तिमाही में सोने की छड़ और सिक्कों की मांग में सालाना आधार पर 51.1 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 70.9 प्रतिशत बढ़कर 33.8 टन पर पहुंच गई. 

रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू कैलेंडर साल की तीसरी तिमाही में शुद्ध सर्राफा आयात सुधरा है. चालू साल की दूसरी तिमाही में सर्राफा आयात में 96.4 प्रतिशत की गिरावट आई थी और यह मात्र 9 टन रहा था. वहीं तीसरी तिमाही में सर्राफा आयात 8.2 प्रतिशत बढ़कर 90.5 टन पर पहुंच गया.