ग्लोबल मार्केट का सेंटिमेंट दबाव में है. सऊदी अरब और रूस के गठजोड़ के कारण क्रूड की कीमत में तेजी है. डॉलर इंडेक्स 105 के पार पहुंच गया है. बॉन्ड यील्ड में जबरदस्त तेजी है. जॉबलेस क्लेम उम्मीद से कम रहा जो अमेरिकन इकोनॉमी के मंदी से बचने का संकेत दे रहा है. 2 सितंबर को समाप्त हफ्ते में जॉबलेस क्लेम सात महीने के निचले स्तर पर रहा. ये फैक्टर्स महंगाई को सपोर्ट करने वाले हैं जिसके कारण इंटरेस्ट रेट बढ़ने का खतरा बढ़ रहा है और अमेरिकी बाजार दबाव में है.

डाओ जोन्स में मामूली तेजी

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भारतीय समय के अनुसार रात के 8.30 बजे डाओ जोन्स में 20 अंकों की तेजी थी. टेक स्टॉक्स में जबरदस्त बिकवाली है जिसके कारण नैस्डैक में 1 फीसदी की गिरावट है. ब्राॉडर मार्केट इंडेक्स S&P 500 में करीब आधे फीसदी की गिरावट है. नैस्डैक पर Qualcomm, Alibaba और JD.com जैसे शेयरों में 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट है. डाओ जोन्स पर Apple, Nike टॉप लूजर है.

सर्विस सेक्टर रोबूस्ट

अमेरिकी इकोनॉमी में सर्विस सेक्टर का योगदान दो तिहाई से ज्यादा है. अगस्त महीने सर्विस सेक्टर का जो डेटा आया है वह छह महीने के हाई पर है. रोजगार एक्टिविटी मजबूती है. क्रूड का भाव 10 महीने के हाई पर है. ऐसे में इस बात की संभावना बढ़ गई है कि साल के अंत तक फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट फिर से बढ़ा सकता है.

एशियाई और यूरोपियन बाजार का हाल

यूरोपियन बाजार की बात करें तो इंग्लैंड का FTSE फ्लैट है. फ्रांस के CAC में मामूली गिरावट है, जबकि जर्मनी के DAX में 0.2 फीसदी की गिरावट है. एशियाई बाजारी की बात करें तो जापान का निक्केई 0.75 फीसदी, हैंगसैंग 1.36 फीसदी, कोरिया का कोरिय 0.6 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ.

डॉलर इंडेक्स 105 पर पहुंचा

इधर क्रूड में 0.3 फीसदी की गिरावट है लेकिन अभी भी यह 90.35 डॉलर प्रति बैरल के पार है. डॉलर इंडेक्स 105 पर है. गोल्ड गिरावट के साथ 1940 डॉलर प्रति आउंस के स्तर पर है. 10 साल की अमेरिकी बॉन्ड यील्ड मामूली गिरावट के साथ 4.3 फीसदी के स्तर पर है.

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