शेयर बाजार में अभी सेंसेक्स 64,904 अंक पर है और निफ्टी 19,425 अंकों के लेवल पर है. वहीं आज दिवाली के दिन शेयर बाजार मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए खुलने वाला है. इससे पहले ही मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने अगले एक साल तक यानी संवत 2080 में शेयर बाजार के प्रदर्शन पर अपनी राय रखी है. उन्होंने बताया है कि अगले साल कौन-कौन से सेक्टर शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं. आइए जानते हैं कैसा रह सकता है अगला साल और किन सेक्टर में निवेश किया जा सकता है.

कैसे रहेगा ग्लोबल मार्केट?

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अनिल सिंघवी का मानना है कि तमाम आशंकाओं, अनिश्चितताओं और महंगाई के बावजूद अमेरिकी बाजार अगली दिवाली से पहले नया हाई बना सकते हैं. उम्मीद है कि नैसडैक में डाओ जोन्स के मुकाबले अधिक तेजी देखी जा सकेगी. इसकी दो वजहें हैं. 

पहली ये कि ब्याज दरें घटने के संकेत जैसे ही दिखेंगे, वैसे ही अमेरिकी बाजार दौड़ लगा सकते हैं. अनिल सिंघवी को उम्मीद है कि संवत 2080 में जब भी लगेगा कि ब्याज दरें अपने उच्चतम स्तर पर जा चुकी हैं, तो वहां से अमेरिकी बाजार में तेजी देखने को मिलेगी. 

इसकी दूसरी वजह है ग्लोबल अनिश्चितताएं कम होती दिख सकती हैं. रूस-यूक्रेन लड़ते-लड़ते थक चुके हैं और इजराइल-हमास के मामले में भी ऐसा ही लग रहा है. इन सबसे भारत को फायदा होगा. संवत 2080 में कच्चा तेल 55-60 डॉलर के बीच आ सकता है, जिससे हमें फायदा होगा.

अनिल सिंघवी को उम्मीद है कि ग्लोबल मार्केट में जो भी सरप्राइज आएगा, वह तेजी की ओर ज्यादा होगा और मंदी की ओर कम. उनका मानना है कि डाओ जोन्स 39000-40000 रुपये तक के स्तर पर पहुंच सकता है. हालांकि, अगले पल क्या होगा, ये किसी को पता नहीं. ऐसे में दो तरह के रिस्क भी ध्यान में रखने होंगे. 

पहले बात करते हैं उस रिस्क की, जो हमें पता नहीं है. यह है जियो पॉलिटिकल टेंशन. अगले साल के अंत तक अमेरिका में चुनाव होने वाला है, ऐसे में अमेरिका कोशिश करेगा कि दुनिया में कहीं कोई टेंशन ना हो, लेकिन अगर कहीं चीन-ताइवान के बीच कोई टेंशन हो जाए या फिर यूरोप में कुछ गड़बड़ हो जाए तो ग्लोबल मार्केट में गिरावट दिख सकती है. 

वहीं अगर उस रिस्क की बात करें जो हमें पता है, तो वह है ऊंची ब्याज दरें. अगर महंगाई बनी रहे और ब्याज दरें ना गिरें, तो ग्लोबल मार्केट में दिक्कत देखने को मिल सकती है. जून-जुलाई तक भी अगर संकेत नहीं बने तो दिक्कत देखने को मिलेगी.

भारतीय बाजार कैसा रहेगा?

अनिल सिंघवी मानते हैं कि संवत 2080 में भारतीय बाजार भी नया हाई बनाएगा. अगर लोकसभा के नतीजे खराब नहीं रहते हैं तो भारतीय बाजार ग्लोबल मार्केट को भी आउटपरफॉर्म कर सकता है. यानी ऐसे में अगर अमेरिकी बाजार बढ़े तो भारतीय बाजार उससे ज्यादा बढ़ेंगे, वहीं अगर उनमें गिरावट आई तो भारतीय बाजार कम गिरेंगे. निफ्टी में अगले पूरे साल में 18000-18500 अंकों का सपोर्ट दिख सकता है. वहीं अगर तेजी की बात करें तो निफ्टी 21000-21500 तक जा सकता है.

वहीं कुछ रिस्क भी हैं. जिस रिस्क के बारे में हमें पता है, वह है चुनाव. चुनाव का भारतीय बाजारों पर सबसे बड़ा असर देखने को मिल सकता है. वहीं जो रिस्क हमें पता नहीं, उसकी बात करें तो अगर ग्लोबल मार्केट में कुछ अनहोनी हुई तो उसका असर हमारे ऊपर देखने को मिलेगा. अगर सब ठीक रहा तो अमेरिकी बाजार का भी सपोर्ट मिलेगा और भारतीय बाजार नया हाई बना सकते हैं.

कौन सेक्टर कर सकते हैं अच्छा प्रदर्शन?

फार्मा- तेजी की जो शुरुआत हुई है, वह अगले साल भर तक जारी रह सकती है. इसमें भी अरबिंदो फार्मा जैसे शेयर आपको सरप्राइज कर सकते हैं. ऐसे स्टॉक, जो ज्यादा नहीं चले हैं, वह 30-50 फीसदी तक के रिटर्न आसानी से आपको दे सकते हैं.

कैमिकल्स- इसके शेयर री-रेटिंग की तैयारी में हैं. इनमें अब और ज्यादा गिरावट नहीं दिखेगी. जैसे ही इनमें कुछ अच्छा होगा, इनमें तेजी देखने को मिलेगी.

आईटी सेक्टर- आईटी शेयरों में धीरे-धीरे रुझान बनेगा. आईटी शेयर तेजी के मूड में ही रहेंगे, लेकिन दमदार तेजी नहीं होगी.

लिकर सेक्टर- जो भी शराब बनाने वाली कंपनियां हैं, उनके शेयरों में तेजी दिखेगी, क्योंकि शराब की खपत का पैटर्न कुछ ऐसा ही इशारा कर रहा है.

टेक्सटाइल सेक्टर- संवत 2080 में टेक्सटाइल सेक्टर में तेजी दिख सकती है. इसमें भी यार्न बनाने वाली कंपनियों में तगड़ी तेजी देखने को मिलेगी.

वहीं ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म देने वाली कंपनियों के शेयरों में भी तेजी दिखेगी. जोमैटो, पेटीएम, पीबीफिनटेक इस तरह की कंपनियां, जहां रिजल्ट बेहतर हो रहे हैं, वहां अच्छा परफॉर्मेंस दिखेगा.

बैंकों के शेयर कोई नुकसान नहीं करेंगे, लेकिन बड़ा पैसा नहीं बनेगा. फाइनेंशियल सर्विसेस से जुड़े स्टॉक अच्छा परफॉर्म कर सकते हैं.